अपनी माटी का कर्ज चुका रहा हूं
चित्रकूट । समाजसेवा के क्षेत्र मे लगभग 20 वर्षों से सक्रिय अशोक दुबे गुपचुप तरीके से समाजसेवा करते रहे। गरीब, असहायों की मदद मे सदैव अग्रणी रहने वाले इस समाजसेवी को कभी अन्य समाजसेवी की तरह छपास रोग लगा ही नही था।
किंतु हमारी पहल में इनकी समाजसेवा जब सामने आई तो निर्णय लिया गया कि ऐसे समाजसेवी सरकार और जनता के समक्ष आयें। जिससे प्रेरणा प्राप्त होती है और वास्तविक समाजसेवा से परिचित हुआ जा सकता है।
चित्रकूट की सरजमीं मे जन्म लेने वाले कभी पुणे के लिए पलायन कर चुके थे। किंतु संघर्ष के बल पर एक बड़ा व्यापार खडा कर ले गये और एक बड़ा हिस्सा गरीबों की मदद मे खर्च करते हैं।
हाल ही में कुसेली गांव की रज्जन वर्मा की बेटी निर्मला और चिल्ली राकस के छोटेलाल प्रजापति की बेटी की शादी में घी, शक्कर, सिलाई मशीन आदि जरूरत की सामग्री प्रदान कर मदद की है।
इनका कहना है कि गरीब बेटियों की शादी सुचारू रूप से संपन्न हो जाए और मैं अपनी माटी का कर्ज चुका रहा हूं। इस दौरान राजापुर के विश्वबंधु पाण्डेय, सुशील आदि मौजूद रहे।
Report – saurabh Dwivedi