बुंदेलखण्ड मे महिला सशक्तिकरण की एक मिसाल
हिन्दू जागरण मंच की अर्चना मिश्रा से हमारी खास बातचीत।
बांदा – बुंदेलखण्ड में महिला सशक्तिकरण की जीती जागती प्रतिमा से हम आपकी एक मुलाकात करा रहे हैं। वर्तमान मे हिन्दू जागरण मंच की प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी निभा रहीं अर्चना मिश्रा से खास बातचीत हुई।
जिसमे उन्होंने बचपन से लेकर जीवन के इस समय तक के कुछ छुए अनछुए पहलुओं पर बेबाक राय रखी। आपने हिन्दुत्व की अवधारणा को बहुत ही करीब से महसूस किया है।
इससे पहले दिलचस्प बात ये है कि मायके मे भगवामय रहने वाली अर्चना मिश्रा ससुराल आते ही कांग्रेस के झंडे से मुखातिब हुईं। किंतु यह इनकी दूरदर्शी सोच ही थी कि ससुराल भी भगवामय हो गया। इसको ही कहते हैं कि एक महिला क्या नही कर सकती है।
समाजसेवा के क्षेत्र मे चित्रकूट की मंदाकिनी नदी बचाओ अभियान भी चलाया था। किंतु इनकी सहजता सरलता का लाभ उठाकर कुछ चुनावी खिलंदडों ने उस अभियान को हैक कर लिया था।
नि:स्वार्थ भाव से समाजसेवा और खासतौर पर महिला हितों के लिए जागरूकता फैलाने का मुख्य काम करती रहीं। जिला मुख्यालय के सुदूरवर्ती गांवो मे जाकर गरीब महिलाओ के कौशल विकास मे मदद प्रदान करना और गरीबो को स्वरोजगार से जोड़ने का काम किया है।
आप हिन्दू जागरण मंच के माध्यम से सम्पूर्ण देश भर मे हिन्दुओं को जागरूक करना और सर्व समाज के उत्थान हेतु वैचारिक रूप से सदैव प्रयत्नशील रही हैं।
इनका कहना है कि मैने समाज को एक नई दिशा देने के लिए सदैव काम किया है। मेरी राह मे अनेको रोडे आए हैं किंतु मै कभी डिगी नही। बिना स्वार्थ के एकमात्र ध्येय है कि बुंदेलखण्ड और बांदा का विकास हो। भ्रष्टाचार का अंत होना आवश्यक है।
मै अनवरत रूप से लगी हुई हूं। सदैव प्रयास है कि समाज के काम आ सकूं और बहुत सी बातें ईश्वर पर निर्भर होती हैं।
यकीनन सच है कि अनवरत 20 वर्षों तक नि:स्वार्थ भाव से काम करते हुए। कभी किसी प्रकार की लालसा मे राह नही भटकीं बल्कि और मजबूती से उद्देश्य के साथ आगे बढती रहीं।
संगठन मे अच्छा दायित्व मिला और जब कभी जनता अवसर देगी तो विकास की गंगा बहाने का भी दावा करती हैं।
By – saurabh Dwivedi