बागी और विपक्षियों को लगेगा बड़ा झटका भाजपा के देवेश ने तैयार किया विक्टरी का मास्टर प्लान
बागी हों , निर्दलीय हों और विपक्षी उम्मीदवार कोई भी पहले की तरह का नगरपालिका का चुनाव सोचकर चलेगा तो उसको इतना बड़ा झटका लग सकता है कि वास्तव मे इस बार तमाम प्रत्याशी भूस्खलन का शिकार होंगे और जमीन मे धंस जाएंगे चूंकि भाजपा ने इस बार जीत दिलाने की जिम्मेदारी प्रदेश उपाध्यक्ष देवेश कोरी को दे रखी है और उनका माइक्रो मैनेजमेंट बहुत तगड़ा नजर आ रहा है।
इस बार कि कार्रवाई पहले की तरह की कार्रवाई नही मानी जा रही है उसमे अंतिम वाक्य लिखा है कि अगर भाजपा का कोई कार्यकर्ता बागी , निर्दलीय उम्मीदवार की मदद करता हुआ प्रमाण सहित पकड़ा गया तो उनका भी निष्कासन तय है।
एक संदेश साफ है कि कोई भी व्यक्तिगत विरोध के चलते बागियों की मदद नही कर पाएगा चूंकि नियम टाइट हैं और नजर इतनी विशाल है कि लोगों को पता ही नही कि कौन उन पर नजर रख रहा है।
एक एक कार्यकर्ता की मानिटरिंग हो रही है। चुनाव मे भाजपा कैसे जीतेगी इसका इनपुट लिया जा रहा है। जैसे ही उपयोगी जानकारी मिलती है वैसे ही एक्शन मोड पर आ जाते हैं प्रभारी देवेश कोरी।
प्रत्याशी भी उनके हर दिशा निर्देश को संगठन के स्तर पर मान रहे हैं जैसे राजापुर नगर पंचायत मे अगले 48 घंटे के अंदर बड़ा बदलाव नजर आएगा और लोगों को माहौल भाजपा के नजरिए से और शानदार नजर आएगा जैसे अकल्पनीय घटनाओं को अंजाम देना जानते हैं प्रदेश उपाध्यक्ष देवेश कोरी।
कर्वी नगरपालिका मे नामांकन सभा से ही बड़ी बढ़त दिलाकर वह मानिकपुर , मऊ और राजापुर मे नजर रख रहे थे। चाचा – भतीजे को एक मंच पर लाकर नगर का माहौल बदल दिया था तो नरेन्द्र गुप्ता के समर्थकों मे अत्यधिक उत्साह आ गया था।
मानिकपुर सीट पर गुटबाजी को आल आउट कर दिया जाएगा और संगठन की विजय सुनिश्चित करने के लिए प्रत्याशी को बढ़त दिलाने के लिए मतदाताओं को खास संदेश दिया जाएगा और यह तस्वीर बदलेगी उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के आने के बाद।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने दावा किया है कि इस बार कुछ निर्दलीय उम्मीदवार ओवर कॉन्फिडेंस मे चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन अब चुनाव पहले जैसा नही रहा भाजपा प्रचार मे इतनी ज्यादा ताकत झोकेकी कि बागी और विपक्षी बैकफुट पर आ जाएंगे और जीतेगी भाजपा चूंकि भाजपा का कार्यकर्ता उत्साह से कार्य कर रहा है और जनता को पता है कि विकास के लिए प्रदेश सरकार के कंधे से कंधा मिलाकर चलना होगा इसलिए जन जन का समर्थन मिलेगा।
पहले कार्यकर्ता सम्मेलन फिर संचालन समिति की बैठक और अलग-अगल हर कार्यकर्ता से मुलाकात कर फीडबैक लेना और प्रभावी निर्णय लेकर हर वक्त बागी और विपक्षियों को खूब छका रहे हैं।