भदेहदू अग्निकांड 32 पीड़ित परिवारों को मिला नया सहारा इंटरनेशनल पायनियर्स क्लब ने की मानवीय पहल

राजापुर तहसील अंतर्गत ग्राम भदेहदू में 5 अप्रैल को हुए भयावह अग्निकांड के पीड़ितों के लिए अंतरराष्ट्रीय पायनियर्स क्लब ने मानवीय पहल करते हुए राहत और पुनर्वास का कार्य किया। जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन के निर्देशन व पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस राहत कार्यक्रम में कुल 32 प्रभावित परिवारों को घर-गृहस्थी की आवश्यक सामग्री वितरित की गई।

राहत सामग्री से नई शुरुआत की उम्मीद
क्लब की ओर से पीड़ितों को दैनिक उपयोग की वस्तुओं जैसे बर्तन (थाली, गिलास, कटोरी, कड़ाही, तवा आदि), कपड़े (साड़ी, साफी, लुंगी) और तिरपाल उपलब्ध कराए गए। संस्था अध्यक्ष केशव शिवहरे ने कहा कि आगजनी की विभीषिका से जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई तो नहीं हो सकती, लेकिन यह सहायता पीड़ितों को एक नई शुरुआत का सहारा जरूर देगी।
जागरूकता के साथ राहत आग से बचाव की भी सीख
कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने पायनियर्स क्लब के कार्यों को सराहनीय और अनुकरणीय बताते हुए कहा कि आपदा की घड़ी में यह छोटी सी मदद भी बड़ा सहारा बनती है। उन्होंने आग से बचाव के उपायों को अपनाने की अपील करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं सामान्य लापरवाही से बड़े हादसों का रूप ले लेती हैं।
संस्था अध्यक्ष शिवहरे ने ग्रामीणों को जागरूक करते हुए कहा कि बीड़ी-सिगरेट के अधजले टुकड़ों को सावधानीपूर्वक नष्ट करें और जले हुए उपलों की राख को बाहर फेंकने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि उसमें कोई चिंगारी शेष न रह गई हो। खेतों में अनावश्यक कूड़ा-कचरा जलाने से भी परहेज करें, खासकर रिहायशी इलाकों के पास।
प्रशासन ने सराहा क्लब का कार्य
एसडीएम राजापुर हर्षिता देवडा ने पायनियर्स क्लब द्वारा किए गए इस कार्य को “बहुत ही पुनीत” बताते हुए कहा कि जो सामग्री पीड़ितों को दी गई है, वह उनके दैनिक जीवन की आवश्यकता को पूरी करने में सक्षम है। उन्होंने क्लब की कार्यप्रणाली की भी सराहना की।
सामूहिक प्रयासों से गूंजा मानवीयता का स्वर
इस मौके पर क्लब के पदाधिकारी डॉ. रामनारायण त्रिपाठी, अजय अग्रवाल, विवेक अग्रवाल, डॉ. सी. एन. सिंह, अशोक द्विवेदी, अमित अग्रहरि समेत स्थानीय पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी, ग्राम प्रधान पुनीत उपाध्याय और बड़ी संख्या में ग्रामवासी व लाभार्थी मौजूद रहे।
निष्कर्ष
भदेहदू अग्निकांड जैसी घटनाएं न केवल पीड़ितों के जीवन को प्रभावित करती हैं, बल्कि समाज की सामूहिक संवेदना और जिम्मेदारी को भी जाग्रत करती हैं। इंटरनेशनल पायनियर्स क्लब की यह पहल न केवल राहत का कार्य है, बल्कि एक सामाजिक चेतना का उदाहरण भी है, जो भविष्य में ऐसी घटनाओं की रोकथाम में सहायक बन सकती है।