नार्थ – ईस्ट में बीजेपी के विकास को बता रहीं हैं गीताली.
By – Geetali saikia
अगर मैं थोड़ी सी क्षेत्रवादी हो जाऊँ तो ये कह सकती हूँ कि नार्थईस्ट को छोड़ शेष भारत मे BJP कैसा भी काम कर रही हो उसको छोड़ दूं…या फिर नेशनल इशूज पर पार्टी इन गवर्नेंस का क्या स्टैंड है इसे भूल जाऊँ .तो ये सच है कि बीजेपी ने नार्थईस्ट को बहुत कुछ दिया पिछले चार सालों में .
इंफ्रास्ट्रक्टर में बूम आपको नजर आएगा..रोड हाइवेज ओवरब्रिज बनते दिखेंगे .हमारे यहां आमतौर पर कोई ये उम्मीद भी नही करता कि कोई सड़क 6 महीने में बन सकती है. या कोई प्रोजेक्ट एकाध साल में बन सकता है..
नार्थईस्ट में एम्स होगा ये तो किसी ने जिंदगी में नही सोच होगा..NRC पर कभी काम भी होगा ये तो लगा ही नही था …लेकिन NRC की प्रकिया पूरी कर ली गयी है.और उसकी लिस्ट भी आ रही है.बांग्लादेशी घुसपैठियों से त्रस्त असमियों के लिए ये बड़ी राहत की बात है.
असल मे हमें सरकारों से उम्मीद ही नही रही कभी..हमे कभी लगा ही नही दिल्ली से नार्थईस्ट के लिए भी कोई प्रोजेक्ट पास हो सकता है भला.नार्थईस्ट के हर राज्य में ट्रेन पहुच चुकी है. अब उनका विस्तारीकरण जारी है.डोनर मिनिस्ट्री, नार्थईस्ट जोनल कॉउन्सिल आदि नोडल एजेसियां फिलहाल PMO के निर्देशन में अच्छा काम कर रही हैं.
डिजिटल इंडिया का असर नजर आता है हालांकि कई क्षेत्रों में अभी भी उसकी पहुच होनी जरूरी है..असम पब्लिक सर्विस कमीशन के फॉर्म अभी भी offline भरे जाते हैं. जब कि deled और बीएड तक ऑनलाइन हो गए .
लेकिन शेष भारत मे जब भी भजपा की हार दिखती है मेरा मन दुखी हो जाता है…मुझे उसकी खामियों को उजागर करने की कोशिश करनी ही पड़ती है.क्यों ये तो मुझे मुझे मालूम है कि बीजेपी नार्थईस्ट में जीतेगी लेकिन बीजेपी का जीतना सिर्फ नॉर्टईस्ट नही बल्कि पूरे भारत मे जरूरी है.तभी नार्थईस्ट की भलाई संभव है…
हम बहुत पीछे हैं बाकी राज्यों से. मेरी आलोचना के पीछे सब कुछ फिर से खो देने का डर है. डर है कि सब कुछ कही फिर से थम न जाये…डर है कि हम पिछड़े के पिछड़े ही न रह जाये.मेरे लिए बीजेपी का जीतना इसीलिए जरूरी है.इसलिए मैं कमियों को सामने रखने की कोशिश करती हूँ . हालांकि चाहे इससे कोई फर्क पड़े या न पड़े.
आप मुझे बेशक सेल्फिश कह सकते हैं लेकिन यही हकीकत है……डरते हैं हम लोग…कही सब कुछ एक झटके में इन नए बने भाजपाई चापलूसों की वजह से से खो न दें.
( फेसबुक पोस्ट से साभार )