दर्शन करने एवं सेवा करने मे एक जैसा फल है , जिला सहकारी फेडरेशन चित्रकूट ने भक्तों को पिलाया शर्बत

दर्शन करने एवं सेवा करने मे एक जैसा फल है जो भक्त कामतानाथ का दर्शन करने दूर से आते हैं उनकी सेवा करने से भगवान कामतानाथ हम पर भी कृपा करेंगे चूंकि भगवान को अपना भक्त सबसे प्रिय होता है जैसे श्रीराम को हनुमान सबसे प्रिय थे। और यकीनन हर भक्त कलयुग के राजा हनुमान जी की तरह हो और एक भक्त को यही कोशिश करनी चाहिए।

भीषण गर्मी आदमी को खुले आसमान के नीचे चलने मे पस्त कर देती है। सूर्य का विकराल तापमान आदमी को व्याकुल कर देता है परंतु कलयुग मे धर्म – अध्यात्म और भक्ति भाव का उच्चतम स्तर कहा जा सकता है कि आदमी भक्तिभाव से कामतानाथ के दर्शन करने आता है।

जब दूर दूर से भक्त आते हैं तो चित्रकूट के नागरिक समाज की जिम्मेदारी अधिक हो जाती है। शासन – प्रशासन व्यवस्था के अनुरूप सुविधाएं देने का काम करता है लेकिन नेताओं का नेतृत्व ऐसे समय पर परखा जाता है।

हाल ही मे जिला सहकारी फेडरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष निर्वाचित हुए योगेश जैन ने भक्तों के लिए पेयजल एवं शर्बत की व्यवस्था की , भक्तों की प्यास बुझाने के लिए यह प्रयास आस्था और प्रार्थना पर विश्वास और अधिक हो इसलिए सराहनीय है।

इस मौके पर महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष एवं सरकारी फेडरेशन की डायरेक्टर दिव्या त्रिपाठी भी भक्तों की सेवा करती हुई दिखीं तो पूछने पर उन्होंने कहा कि इस तरह की धूप मे घर के अंदर भी व्याकुल होना होता है लेकिन भगवान के प्रति श्रद्धा का भाव गर्मी के भीषण तापमान को धता बता देता है और एक भक्त का भाव विजयी हो जाता है इसलिए ऐसे भक्तों की सेवा कर हमे भी सुकून मिलेगा और चित्रकूट मे निवास करने वाले हम सब नागरिकों की जिम्मेदारी है।

वरिष्ठ पत्रकार , एडवोकेट व डीसीएफ के निर्वाचित जिला उपाध्यक्ष एड. आलोक द्विवेदी ने कहा कि जिला सहकारिता की ओर से भक्तों की सेवा करने का यह कार्यक्रम तय किया गया है और पहली बार सहकारिता ऐसा काम कर रही है जिसे हम एक समूह के रुप मे विभिन्न तरीके से करते रहेंगे।

इस कार्यक्रम मे समूह के अन्य साथी भी सेवा करते नजर आए जिनका मानना था कि दर्शन करने एवं सेवा करने मे एक जैसा फल है जो भक्त कामतानाथ का दर्शन करने दूर से आते हैं उनकी सेवा करने से भगवान कामतानाथ हम पर भी कृपा करेंगे चूंकि भगवान को अपना भक्त सबसे प्रिय होता है जैसे श्रीराम को हनुमान सबसे प्रिय थे। और यकीनन हर भक्त कलयुग के राजा हनुमान जी की तरह हो और एक भक्त को यही कोशिश करनी चाहिए।