संयुक्त मोर्चा कार्यक्रम मे दिव्या त्रिपाठी की वायरल स्पीच का विश्लेषण
सोशल मीडिया फेसबुक हो या ट्विटर फलाने की मम्मी नाम से भाजपा नेत्री दिव्या त्रिपाठी की एक स्पीच वायरल हो रही है , जिसकी चर्चा भी खूब हो रही है।
पिछले दिनों भाजपा ने संयुक्त मोर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया था। जिसमे महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष के रूप मे संबोधन के लिए अचानक से दिव्या त्रिपाठी को बुलाया गया।
उन्होंने जब बोलना शुरू किया तो मोदी सरकार के 9 वर्ष पूर्ण होने पर सेवा और सुशासन पर बात रखी इस बीच महिलाओं के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अब महिलाओं की अपनी खुद की पहचान बनने लगी है , एक ऐसा माहौल मोदी सरकार ने दिया है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र मे अच्छा काम कर सकती हैं।
जो अच्छा काम करेंगी तो उनका नाम होगा और फिर वो महिला अपने नाम से जानी जाएगी अन्यथा महिलाओं की एक पहचान रही है कि फलाने की मम्मी , अब महिलाएं इस कथित पहचान से आगे बढ़ चुकी हैं।
इस दौरान उनमे लीडरशिप क्वालिटी भी दिखी जैसे कि उन्होंने स्पीच मे अपनी टीम की सदस्य और पदाधिकारियों का नाम लिया , इस तरह का प्रयोग बड़े बड़े नेता अपने भाषण मे करते रहे हैं जैसे कि उन्होंने सहज भाव से अपनी टीम का नाम लिया। इससे वहाँ बैठे लोगों ने कहा कि वास्तव मे इनमे लीडरशिप क्वालिटी है जो समय के साथ और निखरेगी।
अगर दिव्या त्रिपाठी के अतीत मे जाएं तो सेमरिया जगन्नाथवासी की प्रधान बनने के बाद चर्चा मे आईं और फिर पीछे मुडकर नही देखी ,समय-समय पर सक्रियता समाज व राजनीति मे दर्ज कराती रही हैं और अब चित्रकूट मे एक प्रमुख महिला नेता के रूप मे देखी जा रही हैं।