एक उद्यमी को गिरफ्तार करने के लिए मैनेजर ने लगाया एसपी को फोन

चित्रकूट : सेंट्रल बैंक शाखा कर्वी चित्रकूट की मैनेजर के खराब आचरण की सुर्खियां लगातार मिल रही थीं। जिसका अब एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। मैनेजर मिनाक्षी निजाम ने उद्यमी को ही गिरफ्तार करने के लिए एसपी को फोन लगा दिया लेकिन पीआरओ ने मैनेजर की गलती पकड़कर जमकर डांट पिलाई इस दिलचस्प मामले को जानने से पहले इन मैनेजर साहिबा का अतीत भी जानिए।

करीब डेढ़ महीने पूर्व सदर विधायक अनिल प्रधान ने भी इनके खिलाफ शिकायती पत्र शीर्ष स्तर के अधिकारियों को लिखा था कि इनका आचरण आम जनता एवं व्यवसाइयों के साथ सही नही है। लेकिन कोई खास कार्रवाई ना होने के कारण मिनाक्षी निजाम के आचरण मे सुधार नही हुआ।

शुक्रवार को प्रिया इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर कैश जमा करने बैंक पहुंचे थे। कैश जमा करते वक्त करीब बीस बीस के चार नोट कम बताए गए जबकि व्यवसाई बृजेश त्रिपाठी का कहना है कि सभी नोट तय राशि के अनुसार थे और पूरी 50 गड्डी थीं , दूसरा बड़ा आरोप बृजेश त्रिपाठी ने लगाया कि महज 50 गड्डी गिनने के लिए दूसरा आदमी भी क्यों लगाया गया ? उस दूसरे बैंक कर्मी के आने के बाद ही चार नोट कम बताई गईं। इसलिए बैंक मैनेजर से अनुरोध किया गया कि सीसीटीवी कैमरा दिखाइए तो वह कैमरा दिखाने से इंकार करने लगीं और अभद्रता से पेश आने लगीं।

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कैश वापस कर कहने लगीं कि अब जमा ही नही किया जाएगा। अब ऐसे मे कैश लेकर वापस जाने मे खतरे का अनुभव भी होता है तो कोतवाल कर्वी को उन्होंने सुरक्षा देने हेतु फोन लगाया लेकिन मैनेजर मिनाक्षी निजाम ने कहा रूको मैं तुम्हे गिरफ्तार करने के लिए एसपी से बात करती हूं और उन्होंने एसपी वृंदा शुक्ला को फोन लगाया तो उनकी भी काल रिकॉर्ड करने लगीं तो मैनेजर की इस हरकत को एसपी के पीआरओ ने भांप लिया और मैनेजर को जमकर फटकार लगायी। यहाँ गौर करने योग्य बात है कि काल रिकॉर्ड करना गैर कानूनी है।

इस बीच कोतवाली कर्वी से क्राइम इंस्पेक्टर आशुतोष तिवारी बैंक परिसर मे पहुंच चुके थे। जिन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरा इसलिए ही लगाया जाता है कि कोई देखना चाहे तो आप उसे बैक कर दिखा दें तब बैंक मैनेजर मिनाक्षी निजाम ने हाथ खड़े कर कहा कि हमारे यहां कोई टेक्निकल पर्सन नही है। इसके बाद उन्होंने एक पत्र मे 28 तारीख को सीसीटीवी फुटेज दिखाने का आश्वासन दीं।

अंततः उद्यमी बृजेश त्रिपाठी ने चार नोट बीस के अलग से देकर धनराशि पूरी कर कैश जमा कर वापस हुए।

घटना के उपरांत जनपद के व्यवसायी बृजेश त्रिपाठी ने कहा कि शाखा प्रबंधक मिनाक्षी निजाम का आचरण कभी भी अच्छा नही पाया गया है। इससे पहले अन्य शाखा प्रबंधक भी थे जिनका लोक व्यवहार उत्तम रहता था। जब से आयी हैं बैंक की सेवा लेने का मन नही होता है अगर बैंक मैनेजर पर कोई कार्रवाई नही होती तो ऐसे खराब आचरण के बदौलत सेवा छोड़ देनी पड़ेगी।