नाम आतंक के साए में पर स्वाद गुनाहों के देवता जैसा.
By – Saurabh Dwivedi गरिमा संजय द्वारा लिखित उपन्यास आतंक के साए में सांसारिक जेहादी आतंकवाद से अधिक आधारित आंतरिक आतंकवाद पर है। लेखिका के संवेदनशील मन एवं सामाजिक तत्व के दर्शन का परिचयात्मक उपन्यास कहा जाएगा। यकीनन जिस प्रकार से प्रेम जैसे पवित्र अहसास पर सामाजिक आडंबर का साया मंडराता रहा और परिपक्व होने … Continue reading नाम आतंक के साए में पर स्वाद गुनाहों के देवता जैसा.
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