जिले की बहुचर्चित मोबाइल दुकान पर बन गई ये बात
चित्रकूट : जनपद मुख्यालय के मोबाइल मार्केट मे हाईवे के ठीक किनारे एक मोबाइल की दुकान है जो बीच-बीच मे चर्चा का मुख्य विषय बनती रही है , इसके मालिक प्रिंस पब्लिक फिगर भी बन गए।
प्रिंस मोबाइल को लेकर शहर मे दो फाड़ हो गई और ये दुकान मुद्दा बन गई। जब नगर मे नगरपालिका प्रशासन अतिक्रमण हटाओ अभियान चला रहा था तब एक पक्ष की आंखे सिर्फ और सिर्फ प्रिंस मोबाइल पर बुलडोज़र चलता हुआ देखना चाहते थे।
जब बाबा बुलडोज़र प्रिंस मोबाइल से आगे बढ़ गया तब दूसरे पक्ष के मुंह बुलडोज़र की तरह दहाड़ने लगे और नगरपालिका प्रशासन को आड़े हाथ लेने लगे। दहाड़ की एक गूँज ये भी रही कि प्रिंस मोबाइल पालिका अध्यक्ष के करीबी रिश्तेदार हैं पर लोग यह नही सोच पाए कि बुलडोज़र मुख्यमंत्री का है और प्रिंस मुख्यमंत्री के रिश्तेदार नही है।
कुछ अफवाह और कुछ सच्चाई के बीच प्रिंस मोबाइल के मालिक प्रिंस कुछ व्यापारियों एवं युवा समाजसेवी शानू गुप्ता के साथ उप जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय पहुंचे। संभावित बवाल को देखते हुए उप जिला मजिस्ट्रेट आकाँक्षा सिंह ने पालिका के अधिकारियों को भी कार्यालय बुलाकर मध्यस्थ वार्ता कराईं।
उप जिला मजिस्ट्रेट चित्रकूट से पटरी व्यापारियों के जीविकोपार्जन के संबंध मे बात रखी गई। जिसमे उनको फुटपाथ पर निर्धारित जगह देने की बात हुई।
प्रिंस मोबाइल की दुकान रहेगी या जाएगी इस संबंध मे विस्तृत चर्चा हुई। जिसमे व्यापारी प्रिंस ने न्यायालय का वह आदेश दिखाया जो उनको प्रोटेक्शन प्रदान करता है। अंततः प्रिंस मोबाइल का सड़क की ओर छत का निकला हुआ हिस्सा मात्र निकालने पर बात बनी , इसके अलावा अन्य अतिक्रमणकारी दुकानदारों के लिए भी रास्ता साफ हुआ कि वह नाले के ऊपर से अतिक्रमण खुद हटा लें और प्रशासन का सहयोग करें।
उप जिला मजिस्ट्रेट आकाँक्षा सिंह के निर्णय एवं आपसी सहमति बनने के बाद व्यापारियों ने प्रशासन को सहयोग करने का मजबूत विश्वास दिलाया। जिससे प्रशासन और व्यापारियों के बीच एक बड़ा निर्णय आपसी सहमति से संभव हुआ।