किसानों का शोक दूर कर रहे अशोक कैटल कैचर वाहन की जानिए खासियत

अशोक जाटव के इस कार्य की हम प्रशंसा करते हैं। मऊ क्षेत्र के चेतन तिवारी कहते हैं कि जिस प्रकार का वाहन है कि आटोमैटिक सड़क पर एक पार्ट टिक जाएगा जिस पर अन्ना पशुओं को हांक कर मात्र वाहन मे भरा जा सकता है , चेतन आगे कहते हैं कि जिला पंचायत अध्यक्ष हमेशा जनहित के लिए चिंतन करते हैं और इस पहल से उनकी छवि किसान नेता के रूप मे बन रही है।

किसान गोवंश का पालन पोषण करने वाला समाज का सबसे उपयोगी वर्ग है जो सिर्फ मानव की नही पशु – पक्षी का पेट भरने का काम करता है और अब विकट संकट किसानों के सामने है कि अन्ना पशुओं की भरमार हो गई !

अन्ना पशुओं की बढ़ती तादाद हाईवे एवं शहरी क्षेत्रों मे दुर्घटनाओं का कारण बन रही है तो उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रशासन को सख्त निर्देश दिए हैं कि एक भी सांड सड़क पर नही दिखना चाहिए।

जनपद चित्रकूट के जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक जाटव ने कैटल कैचर वाहन को हरी झंडी दिखाई है। जिला पंचायत से रवाना हुआ यह वाहन मऊ नगरपालिका से चलाया जाएगा। जिसे नगरपालिका के कर्मी संचालित कर सांड और गाय को गोशाला मे छोड़ेंगे या फिर जंगली क्षेत्र मे जहाँ कहीं पशु सुरक्षित रहेंगे।

जिला पंचायत अध्यक्ष की इस पहल से किसानों को फसल खराब होने से राहत मिल जाएगी जाएगी। बशर्ते प्रशासन जिम्मेदारी के साथ इस वाहन को नगर से लेकर गांव तक सड़क सड़क दौड़ा दें तो सड़क पर दुर्घटनाएं थमेंगी और खेत पर फसल बचेगी।

कैटल कैचर वाहन के बारे मे जनता से बातचीत हुई तो बहुत से लोगों ने कहा कि देर आए दुरूस्त आए , जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक जाटव के इस कार्य की हम प्रशंसा करते हैं। मऊ क्षेत्र के चेतन तिवारी कहते हैं कि जिस प्रकार का वाहन है कि आटोमैटिक सड़क पर एक पार्ट टिक जाएगा जिस पर अन्ना पशुओं को हांक कर मात्र वाहन मे भरा जा सकता है , चेतन आगे कहते हैं कि जिला पंचायत अध्यक्ष हमेशा जनहित के लिए चिंतन करते हैं और इस पहल से उनकी छवि किसान नेता के रूप मे बन रही है।

जिले की सबसे बड़ी पंचायत के अपर मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार एवं अवर अभियंता भगत सिंह ने कैटल कैचर वाहन का विधिवत पूजन संपन्न करवाए। जनपद की सीडीओ अमृतपाल कौर भी इस मौके पर मौजूद रहीं तो मऊ नगरपालिका के ईओ कैटल कैचर वाहन पाकर गदगद हुए कि मऊ क्षेत्र को इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिली जो पूरे जनपद की एक मुख्य समस्या का अंत करेगा।

फिलहाल उत्तर प्रदेश सरकार ने अन्ना पशुओं के पीछे आईएएस अफसर लगा दिए हैं और ये यूपी के काबिल अफसर माने जाते हैं जो प्रत्येक जनपद मे अप्रैल माह 5 और 7 को दो दिन के प्रवास पर रहेंगे।