मध्यप्रदेश में बॉक्साइट खनन का टेंडर प्रीति गुप्ता को मिला

भोपाल : मध्यप्रदेश के खनिज संसाधन विभाग ने जलदा (S.E) बॉक्साइट और एल्यूमिनस लैटराइट ब्लॉक की नीलामी प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी कर ली है। इस खनन परियोजना का टेंडर उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के श्रीनाथ विहार निवासी प्रीति गुप्ता (पत्नी अजीत गुप्ता) को मिला है।
यह टेंडर 25 नवंबर 2024 को जारी किए गए ‘नोटिस इनवाइटिंग टेंडर’ (NIT) के तहत निकाला गया था, जिसमें मध्यप्रदेश सरकार ने विभिन्न खनिज संसाधनों की खान लीज हेतु आवेदन आमंत्रित किए थे। इन संसाधनों में लाइमस्टोन, मैंगनीज ओर, एल्यूमिनस लैटराइट, बॉक्साइट, हीरा, सोना, बेस मेटल (लेड, कॉपर, सिल्वर, जिंक), आयरन ओर (मैग्नेटाइट और हेमेटाइट) शामिल हैं।
टेंडर की नीलामी 18 फरवरी 2025 को ऑनलाइन फॉरवर्ड ई-ऑक्शन के माध्यम से की गई थी। इस प्रक्रिया में प्रीति गुप्ता ने 1.70% की उच्चतम बोली लगाकर यह टेंडर हासिल किया और उन्हें “पसंदीदा बोलीदाता” घोषित किया गया।
खनिज (नीलामी) नियम, 2015 के तहत, टेंडर स्वीकृति के बाद बोलीदाता को परफॉर्मेंस सिक्योरिटी राशि जमा करनी होगी। इस राशि को मध्यप्रदेश सरकार के साइबर ट्रेजरी के तहत निर्धारित खाता नंबर में जमा करना होगा।

मध्यप्रदेश के खनिज विभाग के अतिरिक्त निदेशक विनोद बागड़े ने 20 फरवरी 2025 को इस संबंध में आधिकारिक पत्र जारी कर जानकारी दी।
खनिज संसाधनों के मामले में मध्य प्रदेश देश की माइनिंग कैपिटल बनने जा रही है. मध्य प्रदेश में तांबा, कोयला के बाद ग्रेफाइट, ग्लूकोनाइट और प्लेटिनम धातु के बड़े भंडार मिले हैं. इसके लिए 11 क्षेत्रों में अनुसंधान किया जा रहा है।
खनिज संसाधन से मध्य प्रदेश की झोली लगातार भर रही है.मध्य प्रदेश सरकार द्वारा क्रिटिकल मिनिरल के 2 ब्लॉक नीलामी के लिए रखे गए हैं. इसके बाद मध्य प्रदेश देश में खनिज ब्लाकों की नीलामी के मामले में पहले स्थान पर आ गया है. मध्य प्रदेश सरकार को खनिजों की नीलामी से 10 हजार करोड़ से ज्यादा का राजस्व मिला है. खनिजों की नीलामी से राजस्व के मामले में 23 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है।