गांव मे जन चौपाल लगना सबसे बड़ी जरूरत थी तो पंचायत वेब सीरीज की तरह डीएम की जन चौपाल भी हो सकती है हिट

चित्रकूट : जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जी एन ने जन चौपाल कार्यक्रम की शुरुआत की है , यह जन चौपाल गांव मे लगती है। जहाँ जनता के सामने हर विभाग का अधिकारी – कर्मचारी मौजूद होता है। अब गांव की जनता डीएम से सीधे अपनी बात गांव मे ही कह सकती है।

जन चौपाल महत्वपूर्ण क्यों है ?

हर घर जल हर घर नल योजना मे काम करने वाली कंपनी ने लगभग हर गांव मे समस्या का समुद्र पैदा कर दिया है , इन्होंने गांव की गोलियां खोद तो दी हैं लेकिन अब हूबहू गुणवत्तायुक्त बनाने मे राम से काम हो रहा है।

सड़क पुनर्निर्माण कार्यों मे गुणवत्ता का ध्यान बिल्कुल नही रख पा रही है और प्रधान व सचिव पर दबाव बनाकर हस्ताक्षर करवा कर पेमेंट निकाले जा रहे हैं।

बहुत से पुनर्निर्माण के कार्य अधूरे पड़े हैं तो बारिश के मौसम मे गांव की जनता का घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। कीचड़ का हिमालय बन जा रहा है तो गांव को पार कर शहर की ओर काम से निकलना मुश्किल हो रहा है।

जन चौपाल से उम्मीदें :

जन चौपाल जैसे कार्यक्रम से ठीक वैसी ही उम्मीद है जैसी पहल भूमि विवाद को लेकर डीएम चित्रकूट शिवशरणप्पा जी एन ने की है , गांव मे सबसे अधिक भूमि विवाद के मामले हैं। घर – परिवार मे इस विवाद से लोगों का विकास रूका हुआ है , वह मानसिक विकास हो या आर्थिक सामाजिक विकास हो लोग विवाद मे फंसकर पूरी जिंदगी खपाए दे रहे हैं।

चकबंदी को लेकर ग्रामीण लोगों को भड़काने की बड़ी समस्या सामने आई है कि लोग चकबंदी के खिलाफ कोर्ट पहुंच जाते हैं जबकि यह किसान हित का काम है तो जिलाधिकारी चित्रकूट जन चौपाल मे किसानों से इस संबंध मे भी वार्तालाप कर सकते हैं जैसे कि पहाड़ी ब्लाक के सालिकपुर गांव मे अंतिम समय मे चकबंदी को लेकर कुछ लोग विवाद पैदा कर दिए जिससे चकबंदी के कार्य मे भी अवरोध पैदा हुआ है।

इस महत्वपूर्ण जन चौपाल कार्यक्रम के संबंध मे ब्लाक प्रमुख मानिकपुर अरविन्द रलिहा ने भी सराहना करते हुए कहा कि इससे आम जनता और अफसर का गुड रिलेशन बनेगा जिससे आम जन बेहिचक अपनी बात कह सकेगा और सरकार की योजनाओं का लाभ ग्रामीण स्तर पर जनता को मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि पाठा क्षेत्र मे अभी भी पानी की समस्या है तो बरसात का पानी रोकने की आवश्यकता है और खासकर बरदहा नदी के पानी को रोकर जल समस्या से निजात पाया जा सकता है।

जिलाधिकारी शिवचरणप्पा जी एन ने पाठा क्षेत्र के अमचुर नेरूआ गांव मे जन चौपाल लगाई थी जिसमे जल निगम के अधिशासी अभियंता एके भारती अनुपस्थित पाए गए तो डीएम ने तत्काल स्पष्टीकरण जारी करते हुए एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया।

जिस प्रकार से जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जी एन के तेवर नजर आ रहे हैं उससे साफ संकेत मिल रहे हैं कि पंचायत वेब सीरीज की तरह डीएम की जन चौपाल सीरीज भी हिट हो सकती है।

ध्यानाकर्षण मे यह जरूरी है कि गांव मे ऐसे ऐसे आम आदमी मिल जाएंगे जिनकी समस्याएं बड़ी हैं और जीवन निरूद्देश्य है तो डीएम चित्रकूट जन चौपाल के रास्ते से विकसित भारत के संकल्प को साकार करने मे बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।