कविता : तस्वीर से प्रेम होना होता.
By :- Saurabh Dwivedi
तस्वीर से
प्रेम करना होता
प्रेम होना होता
तस्वीरें बहुत थीं
तस्वीरें बहुत हैं
मगर प्रेम अहसास है
वो अहसास
तुम हो
बात सिर्फ
इतनी सी है
वरना प्रेम कहाँ है ?
जमाने में !
तुम्हारा ” सखा “
By :- Saurabh Dwivedi
तस्वीर से
प्रेम करना होता
प्रेम होना होता
तस्वीरें बहुत थीं
तस्वीरें बहुत हैं
मगर प्रेम अहसास है
वो अहसास
तुम हो
बात सिर्फ
इतनी सी है
वरना प्रेम कहाँ है ?
जमाने में !
तुम्हारा ” सखा “