कविता : प्रेम का आकार.

By :- Saurabh Dwivedi

तुम से
तुम मे
प्रेम का
साकार होना

तुम से
तुम मे
प्रेम का
आकार लेना

प्रेम का
अस्तित्व है .

तुम्हारा ” सखा ”