स्वयं से स्वयं की तकरार रह गई.

सब तो ठीक है
बता तेरी यादों का
क्या करें
कहाँ किससे
क्या बयां करें ?

कैसे कहें
हृदय के हालात
तेरे सिवा
कोई क्या समझेगा

इक तेरे सिवाय
हल भी नहीं

अब
स्वयं से स्वयं की
तकरार रह गई
बस !

तुम्हारा ” सखा ”

Saurabh Dwivedi