वरिष्ठ पत्रकार सत्यप्रकाश द्विवेदी बने प्रेस क्लब के अध्यक्ष

By – Saurabh Dwivedi

एक इंसान के जन्म होने के पश्चात ही उसकी जिंदगी का सफर शुरू हो जाता है। सत्यप्रकाश द्विवेदी भी उसी जिंदगी के सफर के ऐसे मुसाफिर हैं। जिन्होंने सहज सरल स्वभाव के साथ मंजिले फतह कर समय समय पर सफलता की बुलंदियों को छूते रहे हैं। 

कभी छात्र जीवन से छात्र संघ की राजनीति कर एक अच्छी धारदार शुरूआत की थी कि युवा एक आवाज पर सड़क पर जनहित व छात्र हित के लिए एबीवीपी के बैनर तले लामबंद हो जाते थे। एबीवीपी के जिला संयोजक रहने के बाद पत्रकारिता के क्षेत्र में शनैः शनैः कदम बढ़ाने लगे और झांसी से प्रकाशित दैनिक जागरण के चित्रकूट जिला ब्यूरो चीफ बनकर जनता की लड़ाई लड़ते रहे। 

लेखनी का जादू इस कदर चला कि अखबार के पन्नों से जनता की पुकार अपना वजूद कायम करने लगी। इन्होंने खामोशी से पत्रकारिता जगत में ऐसे काम किए कि स्वयं इस जगत के लोग चित्रकूट जिला बनने के 20 वर्षों बाद वजूद में आए चित्रकूट प्रेस क्लब का संस्थापक अध्यक्ष पूर्ण सहमति से चुनकर पत्रकारिता के नए अध्याय की शुरुआत हेतु मुहर लगा दी।

इस बीच आप पर्यटन समिति की जिला कार्य समिति के सदस्य रहे एवं निर्वाचन आयोग की निगरानी समिति के सदस्य भी मनोनीत किए गए।जीवन के प्रत्येक कर्तव्य क्षेत्र पर बेहतर प्रदर्शन की वजह से प्रेस क्लब का संस्थापक अध्यक्ष बनना यहाँ की पत्रकारिता के भविष्य पर सगुन की मुहर लग जाना माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी के पत्रकार साथियों को साथ लेकर चलते हुए बुजुर्ग वरिष्ठ पत्रकार साथियों के अनुभव से गृह जिले से पत्रकारिता की वास्तविक परिभाषा को परिभाषित किया जाएगा।

साथ ही इस बात की सपथ ली कि पत्रकार एकता के जरिए जिला व कहीं भी किसी भी पत्रकार साथी के साथ अन्याय को ना बर्दाश्त किया जाएगा और ऐसे मामलों पर क्लब मजबूती के साथ पीड़ित साथी के साथ खड़ा होकर अभद्र प्रशासन व शासन को अपनी ताकत से रूबरू कराएगा।

सर्वविदित है कि पिछले दिनों कोतवाल कर्वी के द्वारा एक पत्रकार के साथ जोर जबरदस्ती के साथ अभद्रता की गई, जिससे पत्रकार समूह सजग हो उठा और क्लब का गठन कर पत्रकार हित के लिए संयुक्त रूप से फायर ब्रिगेड की भांति खड़े होने की प्रतिबद्धता जताई है। 

इतना ही नहीं सत्यप्रकाश द्विवेदी ने कहा कि पत्रकारिता को विचारों से समृद्ध कर रचनात्मकता के जरिए जन विश्वास कायम कर भविष्य में पत्रकार और पत्रकारिता की धुरी को और मजबूत किया जाएगा। संकेत साफ है कि अब जिले में प्रशासन के वैसे लोग समझ जाएं कि किसी भी पत्रकार के साथ रंच मात्र का दुर्व्यवहार उन्हें पल भर में अंगारे दिखा देगा। 

सभी ने विश्वास जताया कि अब यह सफर जनहित के संग पत्रकार हित का सुहाना सफर होगा।