शिव भी , मणि भी और पुलिस , कोरोना पराजित होगा .
By :- Saurabh Dwivedi
मुझे दूर से कुछ मजदूर कदम ताल करते हुए नजर आ रहे थे। थाना पहाड़ी के ठीक सामने से झुंड भर युवा मजदूर गुजरते हुए नजर आ रहे थे। मैं ठिठका कि बस अभी इनसे जानकारी लेकर कुछ ना कुछ करना होगा। पल भर में नजर पलकते ही युवा मजदूरों का रूख थाना परिसर पहाड़ी की ओर मुड़ चुका था।
मैंने भी सेल्फ क्लिक किया और बाईक स्टार्ट होते ही गेयर पर गेयर बदले और साठ सेकंड के अंदर थाना परिसर के अंदर प्रवेश किया। अब मेरे सामने एक अलग ही दृश्य था।
इस दृश्य में कंधे पर स्टार लगाए वर्दीधारी शख्स युवा मजदूरों से पूछताछ कर रहे थे। उन्होंने आने-जाने का ब्योरा लिया। फिर जांच हेतु प्रश्न किया तो युवाओं ने कहा कि हाँ रसिन के पास हमारी जांच हुई है।
असल में दिल्ली से पलायन किए हुए मजदूरों को कस्बा पहाड़ी में बस उतार कर वापस चली गई। इनमे से कुछ युवा राजापुर थाना क्षेत्र के थे , तो एक पहाड़ी थाना क्षेत्र का मिला।
अब कर्तव्य निभा रहे शिवमणि मिश्रा ने उस उस युवा सहित प्रत्येक युवा से निवेदन भरा आग्रह करने लगे कि आप सभी को स्वयं के लिए , परिवार के लिए और देश व जीवन बचाने के लिए कोरोना से बचने – बचाने के नियम का पालन करना है।
उन्होंने कहा सावधानी अवश्य बरतनी है। बेशक जांच मे आप सही पाए गए होंगे , फिर भी चौदह दिनों तक स्वयं को एकांत वास मे तब्दील कर लीजिए। आत्मीयता दर्शाते हुए बोले कि इससे आपका जीवन बचेगा और परिवार सुरक्षित रहेगा और आपका परिवार सुरक्षित रहा तो मुहल्ला और गांव सुरक्षित रहेगा।
जब गांव सुरक्षित रहेगा तो धीरे-धीरे प्रत्येक गांव संक्रमण से बचेगा और गांव संक्रमण से बच गए तो हमारे देश की कोरोना पर विजय निश्चित है , कोरोना पराजित होगा और देश की छवि वैश्विक स्तर पर दमदार छवि हो जाएगी।
यह सच है कि वर्तमान समय में पुलिस देश के लिए संवेदनशीलता से कर्तव्य निभा रही है। शिवमणि मिश्रा जैसे पुलिस शख्सियत से कोरोना को पराजित कराने मे समाज को मदद मिल रही है , जबकि सच है कि डाक्टर हो या पुलिस सबसे अधिक इन्होंने ही अपने जीवन को दांव पर लगा रखा है। यही भारत की वर्तमान ताकत है।
जब इनके सीने पर लगी नंबर प्लेट पर नजर गई तो नाम नजर आया शिवमणि मिश्रा , तो मेरे मन मे ख़याल आया कि जहाँ शिव भी , मणि भी और जिम्मेदारी पुलिस की तो ऐसे समय में शिवमणि ही कोरोना को पराजित करने के लिए सभी को याद आ रहे हैं।
लोग कहते हैं कि महादेव इस विष को पी सकते हैं। पुलिस की वर्दी में आज उनकी आत्मा में परमात्मा का वास सच है तो ऐसे ही अदृश्य शक्ति शिव अर्थात महादेव कोरोना जैसे विष को पीकर आम लोगों को पुनः जीवन प्रदान करेंगे।
चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी के कुशल नेतृत्व में कोरोना के खिलाफ जंग जारी है। प्रत्येक पुलिस साथी आम जीवन को बचाने हेतु पूरी मुस्तैदी से कर्तव्य निभा रहा है। जो भूखों को खाना भी खिला देते हैं और संदिग्ध की पहचान कर सुबह – शाम नजर रखी जा रही है।
इनसे जानकारी मिली की ब्लाक पहाड़ी के ग्राम चौरा में लगभग सोलह पलायन किए हुए लोगों का जत्था आया है और यह बताते हुए पुनः चौरा की ओर रवाना हो गए।
सभी से अपील है कि देश और जीवन को बचाने के लिए पुलिस का सहयोग करें। लाकडाऊन का पालन करें और संदिग्ध की जानकारी दें , तभी सभी बच पाएंगे और कोरोना हारेगा।