सफल व्यवसायी की कहानी यथार्थ मोबाइल का उद्घाटन.
By :- Saurabh Dwivedi
लोक निर्माण राज्य मंत्री के कर कमलों से जनपद चित्रकूट के यथार्थ मोबाइल प्रतिष्ठान का उद्घाटन संपन्न हुआ। जिसमें जनपद के प्रेरक व्यक्तित्व के उदाहरण स्वरूप युवा नीति शोध विषयक विभाग भाजपा के प्रदेश सहसंयोजक आलोक कुमार पाण्डेय की उपस्थिति रही। यथार्थ मोबाइल का उद्घाटन बेरोजगार युवाओं के लिए प्रेरक कहानी लेकर सामने आया है। इस प्रतिष्ठान के प्रोपराइटर नीरज स्वयं सफलता की कहानी हैं।
नीरज इंफोटेक के नाम से मशहूर मोबाइल शाॅपी चंद दिनों की सफलता का परिणाम नहीं है। एक ऐसी शाॅप जहाँ ग्राहकों की भीड़ नजर आती हो वो व्यवसाय की दृष्टि से सभी को आकर्षित करती है। पर क्या पैसे के बल पर चंद दिनों में मोबाइल शाॅपी खोल कर सफल व्यवसाय किया जा सकता है ? या इसके पीछे अथक प्रयास और परिश्रम के साथ अनुभव की मजबूत नींव भूमिका निभाती है।
वर्तमान समय में युवाओं के सामने रोजगार को लेकर बड़ा प्रश्नवाचक चिन्ह लगा रहता है। इसके अपने प्रमुख कारण होते हैं। जैसे एक युवा से अनेक बार मुलाकात हुई और वह पैसा कमाने को जोर देते रहे। सरकारी नौकरी से वंचित रहने के अनेक कारण हो सकते हैं परंतु स्वरोजगार प्रबल इच्छाशक्ति का परिणाम होता है। वह युवा प्राइवेट कंपनी में भी काम कर थक – हार चुका था। उसे हर कहीं कमियां नजर आती थीं , यहीं थिंकिंग पावर अपना काम करना शुरू करता है। ऐसे बेरोजगार युवाओं के लिए नीरज की स्वरोजगार गाथा प्रेरक सिद्ध होती है।
विशेष चर्चा के दौरान शाॅप पर खड़े – खड़े नीरज ट्रेन पर यात्रा करने लगते हैं। वे स्मृति पटल में पीछे दौड़कर स्नातक की शिक्षा के दौर में पहुंच जाते हैं। उन्होंने बताया कि एक दिन मैं अतर्रा पीजी कॉलेज से वापस चित्रकूट ट्रेन द्वारा आ रहा था।
अब यहाँ इत्तेफाक से हुई एक मुलाकात जिंदगी बदल देने की घटना बन जाती है। ऐसी इत्तेफाकन मुलाकातें सभी के जीवन में होती हैं , कुछ मुलाकात का संदेश समझकर उद्देश्य की यात्रा करने लगते हैं तो कुछ लोग मुलाकात का बुरा अनुभव भी रखते हैं। चूंकि हर मुलाकात का अपना अर्थ होता है।
सफल व्यवसायी नीरज की मुलाकात अगरबत्ती के एक व्यवसायी से हुई। उनसे चर्चा के दौरान नीरज को व्यवसाय मिला। किन्तु यह व्यवसाय यूं ही नहीं मिल गया , यहाँ जिज्ञासा अपना काम करती है। इच्छाशक्ति परिणाम परिणाम प्रदान करती है।
अगरबत्ती के व्यवसायी ने नीरज को रिटेल मार्केटिंग के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इस व्यवसाय को शुरूआत करने का फार्मूला साझा किया। एक निश्चित राशि में प्रोडक्ट सर्विस देने की डील हुई। यह राशि महज इक्कतीस हजार ₹ थी ! यहाँ से बेरोजगार युवा नीरज सफल व्यवसायी बन जाते हैं। यहीं से नीरज के जिंदगी के स्वरोजगार का सपना साकार होना शुरू हो जाता है।
सफल व्यवसायी नीरज ने अगरबत्ती के व्यवसाय में लगन से काम शुरू किया। अगरबत्ती की मार्केटिंग से होने वाले लाभ में से इनके दिमाग की बत्ती जल जाती है। यही वो समय रहा जब इन्होंने कुछ अन्य प्रोडक्ट पर पैसा लगाना शुरू किया। एक समय किराना प्रोडक्ट का काम बड़ी मेहनत से किया।
एक सफल व्यवसायी वही होता है जो समय को पहचान ले। समय की रफ्तार से जिंदगी की रफ्तार का तारतम्य इस प्रकार से समझ ले जैसे पटरियों पर पैसेंजर ट्रेन से लेकर सुपरफास्ट एक्सप्रेस दौड़ा करती हैं। ट्रेन में बैठकर मंजिलें खूब तय की जाती हैं परंतु जिंदगी की मंजिलें प्राप्त करने के लिए समय की पहचान और लोक व्यवहार का गुण आवश्यक गुणात्मक सूत्र है।
नीरज जितने सफल व्यवसायी बने उतने ही अच्छे लोक व्यवहार में पारंगत व्यक्तित्व के धनी हैं। समृद्धि वहीं वास करती है जहाँ विनम्रता कूट कूट कर भरी होती है। इसलिये युवाओं को ऐसे सफल व्यवसायी से लोक व्यवहार और स्वरोजगार शुरू करने का अनुभव ज्ञान अवश्य लेना चाहिए।
उन्होंने मिलेनियम टाइम को समय से परख लिया। डिजिटल इंडिया की दस्तक को महसूस कर लिया। जरा सा अंतर समझने की बात है कि अब के युग में अंतर्देशीय एवं पोस्ट कार्ड बेचने की जिद पाल लें तो मंदी नहीं महामंदी दिखेगी जबकि युग मोबाइल वर्ल्ड का हो। यही सफलता की नजीर है कि नीरज ने समय से समझ लिया कि मोबाइल शाॅपी की शुरूआत करना पैसा कमाने का अच्छा स्रोत तैयार कर लेना है।
उन्होंने व्यापार का ट्रेंड बदला और मोबाइल वर्ल्ड में स्वयं की दस्तक दे दी। फिर शेष काम इनकी मुस्कान करने लगती है , जब कोई ग्राहक आता है तो विनम्र भाव से हाथ मिलाते हैं और मुस्कान से स्वागत करते हैं। कुशलता से बातचीत करते हुए प्रोडक्ट की विशेषताएं बताकर स्वयं का भरोसा दिलाते हैं और इस तरह से वे एक अच्छे सेल्स पर्सन बन जाते हैं।
इनके इसी कलात्मक गुण का परिणाम है कि इंफोटेक से यथार्थ मोबाइल तक का सफर तय किया। उन्होंने कहा कि जरूरत सिर्फ शुरुआत करने की है , मंजिलें तो सफर में मिलती रहती हैं। एक छोटी सी शुरूआत बड़ा आकार गृहण कर लेती है। स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ने के लिए सतत प्रयास , परिश्रम , लोक व्यवहार और समय को परखने का गुण जीवन में काम आता है जो विषयक किताबों से इतर सामाजिक , व्यवहारिक और व्यवसायिक गतिविधियों से एवं जिंदगी से संबंधित साहित्यिक किताबों से मिला करता है।
( आपकी सफलता की कहानी हम लिखेंगे , जो युवाओं को स्वरोजगार की प्रेरणा दे। संपर्क करें :- 8948785050 )