बुंदेलखण्ड के इस लाल के विचार व संघर्ष से मजबूत होती कांग्रेस।

By – Saurabh Dwivedi

बुंदेलखण्ड का चित्रकूट जनपद विकास के नाम पर अतिपिछड़े जनपदों में शामिल है। अगर राजनीति की बात की जाए तो यह जनपद सबसे अधिक मजबूती से नेतृत्व प्रदान करता दिखता है। जनपद के युवा विभिन्न दलों में मजबूत पैठ बनाए हुए हैं।

ऐसे ही तिरहार क्षेत्र के सुरसेन ग्रामवासी संदीप त्रिपाठी ने छात्र संघ इलाहाबाद से दिल्ली जेएनयू छात्र संघ की राजनीति करते हुए कांग्रेस जैसे राष्ट्रीय दल में बड़ी भूमिका अदा करते हैं। यह पहली बार नहीं हुआ , जब जनपद चित्रकूट का कोई शख्स राष्ट्रीय दल में राष्ट्रीय स्तर पर बड़े पद पर पहुंचा हो।

हाल ही में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने संदीप त्रिपाठी को विचार विभाग का राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर बनाया। चूंकि संदीप पीएचडी की डिग्री भी हासिल कर चुके हैं। वे विचारवान युवा हैं। नेतृत्व की ललक व गहरी समझ ही इस बात की प्रमाण है कि उन्होंने पुतिन का नेतृत्व नामक किताब भी लिखी।

निश्चय ही जिस युवा की सोच नेतृत्व पर किताब लिखने की हो सकती है , वह नेतृत्व की गहरी समझ रखता होगा। सर्वविदित है कि कम्प्यूटर साफ्टवेयर की तरह वही प्राप्त होता है जो उसमें अपलोड होता है। यही बात मनुष्य के मन – मस्तिष्क की प्रोग्रामिंग से होता है। संदीप के अंदर नेतृत्व को लेकर गहरी समझ और उत्कृष्ट अभिलाषा रही होगी। तभी उनके हृदय से नेतृत्व जैसे गूढ़ , रहस्यमय विषय पर किताब लिख गई। जिसे युवाओं को एक बार अवश्य पढ़ना चाहिए।

भारत देश में कुकुरमुत्ते की तरह नेता उग रहे हैं। वैसे में नेतृत्व का अभाव भी स्पष्ट झलक रहा है। राजनीति में सड़क छाप भाषा का प्रयोग होने से देश भर का माहौल संक्रमित हो रहा है। इसलिये अच्छे और सच्चे युवाओं का राजनीति में आना सौभाग्य की बात है। अपेक्षा भी यही की जा सकती है कि युवा साफ व सकारात्मक हृदय से राजनीति करें , जिससे राष्ट्र व समाज की दिशा और दशा बदल सके।

पिछले लोकसभा चुनाव के समय संदीप का नाम सुर्खियों पर था। इस बार भी बड़ी जिम्मेदारी मिलने के साथ नाम सुर्खियों पर हैं। जाने क्यों लोगों को प्रतीत हो रहा है कि इससे अवसर आने पर संदीप लोकसभा के प्रत्याशी हो सकते हैं। यह वक्त ही साफ करेगा पर संदीप के नाम की चर्चा अवश्य है।

संदीप इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट हो जेएनयू में शोध छात्र रहे। यह भी जनपद के लिए गौरव की बात है कि कोई युवा उच्चतम शिक्षा प्राप्त कर राष्ट्र नेतृत्व हेतु कदम रख चुका है।