चुनाव में नोटा की महिमा.

By – Satyendra singh

कुछ लोग नोटा को इस समय जम के प्रमोट करने में लगे हैं इनमे वो लोग भी है जो नोटा का ना तो फुल्फॉर्म जानते हैं और ना ही इसका मतलब समझते बल्कि मुझे तो दो तीन ऐसे नोटा समर्थक मिले जो पूंछ रहे थे कि क्यों भाई अपने यहां नोटा से कौन खड़ा हो रहा है मैंने कहा धन्य हैं प्रभु आप और आपका नोटा ।
उनमें से एक व्यक्ति के साथ हुआ मेरा रोचक सम्वाद आपके सामने रखता हूँ।मैंने पूंछा की क्यों भाई क्या करना है?तो बोले भाई सुना है वो भ्रष्टाचार नहीं करेगा एक दम साफ स्वक्ष राजनीति ही करेगा हम तो नोटा को ही वोट करेंगे।

मैंने कहा ठीक है भाई मैं ही नोटा से लड़ जाता हूँ साफ स्वक्ष बन जाता हूँ ।तो बोला तुमपे कैसे विश्वास करें तुम भी तो इंसान हो भ्रष्ट हो सकते हो।
तो मैंने उसको अपनी तिरछी नजरों से देखा और बोला , हे प्रभु तो कौन से ग्रह से आएगा आपका नोटा वाला प्रत्याशी? वो फिर बोला मुझे पता नहीं पता होता तो तुझसे क्यों पूंछता। फिर मैंने कहा चलो अब इसको भी बतला ही देता हूँ ।

कि नोटा का मतलब क्या होता है ?
मैंने कहा नोटा का मतलब है “नन ऑफ द एबव” ये जितने भी प्रत्याशी खड़े हैं जिनके भी नाम निशान इस evm में हैं इनमे से मैं किसी को वोट नहीं देना चाहता । वो फिर बोला तो संसद कौन चलाएगा मैंने कहा जो उस सीट पर सबसे अधिक वोट पायेगा वो बोला कि अगर नोटा को हि सबसे अधिक वोट मिले तो ?
मैंने कहा जो नोटा के बाद दूसरे नम्बर पर होगा वो जीता घोषित हो जाएगा।

वो बोला तब तो नोटा का मतलब क्या मैंने कहा इस बटन का मात्र यही उपयोग होगा जो योग्य वोटर होगा वो इसे दबाएगा और अयोग्यों के द्वारा कम वोट पा कर कोई अयोग्य सरकार चलाएगा । तब बात उसके भेजे में आई बोला नहीं भाई अब मैं योग्य प्रत्याशी ही देख समझ कर चुनूँगा किसी ऐरे गैरे को संसद में नहीं घुसने दूंगा।