बृजेश का सफर , बृजेश की कहानी प्रिया मसाले तक .
@Saurabh Dwivedi
धर्म नगरी चित्रकूट के युवा व्यवसायी बृजेश त्रिपाठी से पिछले दिनों हमारी छोटी सी मुलाकात हुई। बृजेश भी उन युवाओं मे से एक हैं जो पलायन कर बाहर कमाने गए थे। लेकिन एक घटना ने उनकी जिंदगी मे बड़ा परिवर्तन ला दिया और इस तरह उनकी जिंदगी मे बड़ी पहचान प्रिया मसाले बन गई , जो यहाँ के युवाओं के लिए प्रेरणात्मक भी है।
उन्होंने हमसे मुलाकात मे एक खास घटना का जिक्र किया। वे कहने लगे जिस दिन पिताजी की मृत्यु हुई तब से घर मे रहने की मजबूरी इच्छाशक्ति बनकर जन्म ली ! इनकी ये मजबूरी ही एक सफल युवा व्यवसायी के रूप मे इच्छाशक्ति से तब्दील हुई।
इच्छाशक्ति एक इंसान की सफलता के लिए दिए मे घी का काम करती है। बहुत से युवाओं मे सफल होने की ललक पाई जाती है पर वो अपनी मजबूरी को इच्छाशक्ति मे नहीं बदल पाते हैं। असल में युवा एक लक्ष्य साधकर भी नहीं चलते जैसे बृजेश ने एक लक्ष्य निर्धारित किया।
जैसे कि बृजेश स्वयं कहते हैं कि चित्रकूट में बहुत से सफल व्यवसायी अनेक मीटिंग्स मे नहीं पहुंचते हैं। जबकि एक व्यवसायी को बिजनेस से संबंधित मीटिंग्स मे पहुंचना चाहिए। जहाँ बड़े अफसर से लेकर आम लोगों से भी एक रिश्ता बन जाता है। व्यवसाय की सफलता के लिए अच्छे रिश्ते जादू का काम करते हैं , जिन्हें बिजनेस की भाषा मे कांटेक्ट कहते हैं। आपके जितने अच्छे कांटेक्ट उतना अच्छा बिजनेस !
बृजेश बताते हैं कि बिजनेस मे सक्सेस के लिए गुड बिल महत्वपूर्ण है। आपकी बात समय पर पूरी होनी चाहिए। ग्राहक और प्रोडक्ट के बीच विश्वसनीयता सक्सेस का बड़ा कारण होने के साथ डिस्ट्रीब्यूटर से कंपनी का डायरेक्ट गुड रिलेशनशिप भी मूलमंत्र है।
एक सफल व्यवसायी बनने के लिए उपरोक्त छोटी-छोटी बातें सबसे ज्यादा असरकारक हैं। वह बताते हैं कि हमारे बुंदेलखण्ड मे ही बड़ा बाजार है। यहाँ से बाहर भी प्रिया मसाले के अलावा हमारे अन्य प्रोडक्ट खूब सेल होते हैं। लेकिन ऐसी सफलता के लिए बेस्ट क्वालिटी एंड सुपर मैनेजमेंट की दरकार होती है व पब्लिक रिलेशनशिप भी मायने रखती है।
वे कहते हैं कि जो क्षेत्र पलायन के लिए जाना जाता है , उस क्षेत्र मे रोजगार देकर अच्छा लग रहा है। हम अपने सेल्स पर्सन को पब्लिक रिलेशनशिप के लिए गुड थिंकिंग का पाठ पढ़ाते हैं और प्रोडक्ट की क्वालिटी पर इसलिए भी ध्यान रखते हैं कि हम रसोई से स्वास्थ्य की दिशा मे देश और समाज को मजबूत रखना चाहते हैं। चूंकि मेरा अपना देश है और सभी देशवासी स्वस्थ रहें , एक बड़ी बात उन्होंने कही मसाले यदि शुद्ध हैं तो इम्युनिटी बूस्टर का सबसे बड़ा काम मसाले करते हैं। जैसे कि कोरोना के समय हल्दी के प्रयोग की बात खूब सुनने को मिली , इसलिए स्वदेशी अपनाओं के उद्देश्य के साथ लोकल फाॅर वोकल को चरितार्थ करने का समय आ गया है।
आत्मनिर्भर भारत का नारा भी चित्रकूट और समूचे बुंदेलखण्ड व उत्तर प्रदेश मे चरितार्थ होना चाहिए। जैसे कि प्रिया मसाले व अन्य प्रोडक्ट यूज कर लोकल फाॅर वोकल की सोच साकार कर आत्मनिर्भर भारत को यहीं पर पूर्णिमा के चांद की तरह जगमग किया जा सकता है।
हमने उनसे बातचीत के दौरान महसूस किया कि बृजेश जैसे सफलता की एक सीढ़ी चढ़ चुके बिजनेसमैन की कहानी आम युवाओं के सामने कथानक के रूप मे रखी जाए तो सचमुच यह संभव होगा कि चित्रकूट उत्तर प्रदेश का युवा बिजनेस की बारीकियों – चुनौतियों को समझेगा और एक सफल व्यवसायी कैसे बनें , इस सोच व समझ को मन – मस्तिष्क मे साकार कर सकेगा।
इसलिए हम गांव पर चर्चा के माध्यम से व्यवसाय मे सफलता की कहानी बृजेश त्रिपाठी के सफर से सभी के समक्ष प्रस्तुत करते रहेंगे। चूंकि बृजेश भी गांव से हैं और कालूपुर आज भी गांव के नाम से जाना जाता है , बड़ी बात है कि गांव कालूपुर मे ही इनकी फैक्ट्री है जहाँ गुणवत्तापूर्ण प्रोडक्ट बनाए जाते हैं।
यह भी सच है कि ऐसे युवा व्यवसायी का साथ लोकल के लोगों को देना चाहिए , लोकल फाॅर वोकल से। घरों मे प्रिया मसाले व प्रिया प्रीमियम चाय , गुलाब जल और अचार सहित अन्य तमाम प्रोडक्ट यूज कर सफलता की कहानी के सहयोगी बनें। यह प्रत्येक भारतीय की नैतिक जिम्मेदारी भी है जिससे स्वदेशी स्वयं चलन मे हमेशा बना रहेगा।
” देश का पैसा देश मे – क्षेत्र का पैसा क्षेत्र मे। ” जनपद का पैसा जनपद मे – प्रदेश का पैसा प्रदेश मे , जो हमारी बड़ी ताकत बनेगा।
हम फिर बृजेश के सफर से निजी अनुभव साझा करेंगे जिससे व्यवसाय कैसे करें ? कौन सा करें और क्यों करें ? जैसे तमाम सवाल – जवाब के साथ बिजनेस की पाठशाला सौरभ द्विवेदी के साथ बृजेश के अनुभव व सफर से चल सकेगी।
{ गांव पर चर्चा व आजाद पत्रकारिता के लिए आप हमारी मदद करें , जिससे हम पत्रकारिता व विचारों के माध्यम से सशक्त होकर काम कर सकें। कृष्ण धाम ट्रस्ट के ” सोशल केयर फंड ” में 100 से 1000 ₹ या अधिक डोनेट करें.
Saurabh Chandra Dwivedi
Google pay ( mob. ) – 8948785050
Union bank A/c – 592902010006061
Ifsc – UBIN0559296
MICR – 559026296
Karwi Chitrakoot }