मुस्लिम मतदाता का झुकाव भी भाजपा की ओर शिफ्ट हो गया है.
By :- Prasoon shahi
यह तो सत्य है कि बंगाल और उड़ीसा का चुनाव परिणाम लोगों को सरप्राइज देगा लेकिन साथ ही साथ उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश भी लोगों को सरप्राइज देगा।
उत्तर प्रदेश में बड़े बड़े विपक्षी दिग्गजों की हवा खराब है। इसी खराब हवा को समय रहते मायावती ने पहचान लिया था। वो चुनाव मैदान में नहीं हैं। सिर्फ टिकट बेचने से होने वाली करोड़ों की कमाई की वजह से ही उनकी पार्टी चुनाव लड़ रही है। मोदी सरकार द्वारा दलितों और पिछड़ों के कल्याण के लिए किए गए कार्यों की वज़ह से भारी संख्या में दलित भी भाजपा की ओर शिफ्ट हो गए हैं। बहन जी की तरकश में अब कोई ऐसा तीर नहीं है जो मोदी लहर को काट सके।
उधर बबुआ जोश में है लेकिन होश में नहीं है। जनसभाओं में भारी भीड़ के न आने और शिवपाल सिंह के भितरघात से अखिलेश यादव को भी आने वाले मोदी सुनामी की भनक लग चुकी है। सपा को समर्थन देने वाले यादवों के कई बड़े बड़े गढ़ में दरार और टूटन आ चुकी है। निरहुआ अकेले अपने दम पर ही पूर्वी उत्तर प्रदेश में सपा का खेल बिगाड़ने में सक्षम हैं। सपा राज के समय लाभ लेने वाले बहुत सारे पढ़े-लिखे मध्यम वर्गीय यादव मोदी विज़न को समझते हुए आज भाजपा खेमे में शिफ्ट हो गए हैं।
कांग्रेस की बात करना भी बेकार है। कांग्रेस आज भी यूपी में संघर्ष कर रही है। मर रही यूपी कांग्रेस को अॉक्सीजन देने के लिए ही प्रियंका गांधी के हाथों में पूर्वी उत्तर प्रदेश की कमान दी गई है। गंगा जी में नौका विहार करते हुए वे बनारस आईं लेकिन कांग्रेस की कोई आंधी नहीं बन पाई। अलबत्ता मीडिया ने जरुर प्रियंका को सर आंखों पर बिठाया और आंधी बनाने की कोशिश की। आज की तारीख में प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में फ्लॉप हो चुकी हैं। कांग्रेस कहीं टक्कर में है ही नहीं सिवाय दो सीटों के। कांग्रेस का ढकोसला पत्र ही कांग्रेस की जलती इमारत पर घी का काम कर रहा है।
उधर भोपाल में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की उम्मीदवारी से पूरा मध्य प्रदेश प्रभावित है और इसका आंशिक असर छत्तीसगढ़ में भी पड़ा है। कुछ महीनों की कांग्रेस शासन से पीड़ित मध्य प्रदेश की जनता कांग्रेस शासन की तुलना शिवराज शासन से कर रही है और अब भाजपा को वोट देने का मन बना चुकी है।
इस बार भारी संख्या में मुस्लिम मतदाता का भी झुकाव भाजपा की ओर शिफ्ट हो गया है। ले दे के आकलन यही है कि इस बार दलित कार्ड, यादव कार्ड, मज़हब कार्ड आदि काम नहीं करेगा। अधिकांशतः सिर्फ और सिर्फ देश की सुरक्षा, अखंडता, भ्रष्टाचार उन्मूलन और विकास के मुद्दों पर ही वोट पड़ेंगे।उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश भी भाजपा को सुखद सरप्राइज देगा।