विश्व की सबसे बड़ी आबादी वाले देश का एक प्रधानमंत्री अपनी जनता से कितनी सरलता से कनेक्ट हो रहा है।
” मन की बात उत्तर भारत से दक्षिण भारत तक संवाद का शतक “
मन की बात एक सरल प्रोग्राम जिसमे प्रधानमंत्री मोदी राजनेता से पहले अभिभावक नजर आते हैं इसलिए उनकी आवाज भी समाज के संत सरीखे मुखिया जैसी रहती है यही फर्क है मंच के नरेन्द्र मोदी और मन की बात के नरेन्द्र मोदी में और पीएम मोदी के विशाल व्यक्तित्व मे भारत का नक्शा वैश्विक मानचित्र पर वर्ल्ड लीडरशिप के स्वरूप मे उभर रहा है।
मन की बात जैसे कार्यक्रम से नागरिक और नेताओं मे सुनने की कला का विकास भी होता है चूंकि पीएम मोदी को सुनने के लिए देश का हर जिम्मेदार नेता रेडियो के सामने एकाग्र होकर बैठता है , देश का युवा , किसान , महिलाएं और संपूर्ण नागरिक समाज मात्र सुनने की सोच लेकर बैठता है जिससे मोदी जी के प्रधानमंत्री काल मे लोगों मे सुनने की कला का विकास हुआ।
कल्पना से परे था कि जन की बात कभी किसी प्रधानमंत्री के मन की बात बनेगी और लगातार हर महीने की जाएगी। ये कार्यक्रम जब शुरू हुआ तो कुछ लोगों ने एक अवधारणा बनाने की कोशिश की थी कि बस कुछ हफ्ते चलेगा फिर बंद हो जाएगा लेकिन मन की बात के 100 एपीसोड पूरे हो गए जिसका एक रिकार्ड बन गया और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दुनिया के एक ऐसे नेता बन गए जिन्होंने इक्कीसवीं सदी मे रेडियो को ना सिर्फ पहचान दिलाई बल्कि रेडियो का अपडेट वर्जन भी आ गया जैसे एफएम एवं पॉडकास्ट सोशल मीडिया / डिजिटल मीडिया के समय मे खासा लोकप्रिय हो रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना कोई भी करे लेकिन वह सकारात्मक रहकर काम करना जानते हैं इसका सबसे बड़ा उदाहरण मन की बात है जिससे उन्होंने दक्षिण भारत मे भी लोगों को प्रभावित किया और एक भारत श्रेष्ठ भारत की कल्पना को साकार करने लगे। उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक आज पीएम मोदी की अपनी अलग लोकप्रियता है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से देश की आधी आबादी को प्रोत्साहन मिला है जैसे महिलाओं की प्रेरक कहानियाँ कहकर अन्य घरेलू महिलाओं को भी काम करने के लिए प्रेरित करना , नारी सशक्तिकरण को इतना बढ़ावा मिला कि नागालैंड में कुछ महिलाएँ विधायक बनी हैं।
जलवायु परिवर्तन की दिशा मे पर्यावरण संरक्षण का संदेश देना जिसे सुनकर ग्रामीण क्षेत्र की जनता वृक्षारोपण करने के लिए तैयार हो जाती है और जल संरक्षण जैसे विषय को गंभीरता से लेती है। और यह सबसे महत्वपूर्ण विषय है ना सिर्फ भारत के लिए वरन विश्व के लिए है उनके इस प्रयास से भारत शुद्ध वायु और शुद्ध जल देने वाले राष्ट्रों मे अग्रणी राष्ट्र हो सकता है। विश्व जिसके लिए चिंतित है उसके लिए पीएम मोदी का प्रयास मील का पत्थर साबित होगा जिसमे मन की बात विश्व के लिए ऐतिहासिक कार्यक्रम होगा जो विश्व के किसी भी लीडर के लिए कल्पना से परे था।
अब महामारी का समय ही याद किया जाए तो संदेश देने के मामले मे मन की बात कितनी सहायक सिद्ध हुई जब सहजता सरलता से देश के पीएम अपनी जनता से अनुरोध करते और जनता अक्षरशः पालन करने लगती , यह एक देश के लिए व नेतृत्व के लिए और जीवन बचाए रखने के लिए विश्व मे सबसे अधिक उपयोगी कार्यक्रम सिद्ध हुआ।
जबकि महामारी के समय महाशक्ति कहलाने वाले अमेरिका की जनता तक को इतनी सरलता और सहजता से ऐसा संदेश नही मिल पाता था कि महामारी नियंत्रण मे सहायक सिद्ध हो सके और वहाँ तबाही का मंजर था। लेकिन भारतीय प्रधानमंत्री के अथक प्रयास से पहले जनता ने दो गज की दूरी बनाई फिर तीव्र गति से परीक्षण शुरू हुए और कोरोना वैक्सीन बना ली गई जो विभिन्न राष्ट्रों के लिए संजीवनी साबित हुई इस सफलता मे भी जनता के नाम संदेश मन की बात एपीसोड का योगदान रहा।
पंजाब के सिख परिवार ने अंगदान किया तो मन की बात मे पीएम मोदी ने जिक्र कर दिया जिसका मैसेज पूरे देश मे गया और इसका अंगदान को प्रमोट करने मे बहुत बड़ा योगदान रहा। इस तरह अंतिम पंक्ति के व्यक्ति के छोटे छोटे प्रयासों का जिक्र कर उन्हें बड़ा प्रयास बनाने मे देश की जनता के साथ खड़े नजर आते हैं।
अब युवाओं के नजरिए से देखा जाए तो 2016 मे कुल 300 स्टार्टअप थे और अब 92,000 स्टार्टअप हैं जो वर्ल्ड मे तीसरे नंबर पर हैं , इसलिए एक विशेषज्ञ का कहना है कि यूथ आज मोदी के पीछे पागल है चूंकि वह अब सिर्फ रोजगार नही मांग रहा बल्कि रोजगार दे भी रहा है और भारत की इकोनॉमी मे बड़ा योगदान दे रहा है।
100 वें संस्करण मे भी पीएम मोदी ने वोकल फाॅर लोकल की चर्चा की और बोले कि आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना मन की बात से साकार की। मन की बात ग्रामीण उत्पादों को सबके सामने लाने का माध्यम बना। एक महिला उद्यमी विजयशांति से बात करते हुए उन्होंने कहा नाऊ लोकल फाॅर ग्लोबल , अंत मे उन्होंने कहा कि आजादी के अमृतकाल मे यही सकारात्मकता देश को आगे ले जाएगी।
इस तरह देखा जाए तो मन की बात के 100 एपिसोड प्रेरक एपिसोड कहे जा रहे हैं जिनसे भारत राष्ट्र के जन जन ने प्रेरणा ली और अपने अपने क्षेत्र मे हर किसी ने कीर्तिमान स्थापित किया है। मन की बात सिर्फ देश के लोग ही नही बल्कि विश्व के नेता सुन रहे हैं कि विश्व की सबसे बड़ी आबादी वाले देश का एक प्रधानमंत्री अपनी जनता से कितनी सरलता से कनेक्ट हो रहा है।
आर. के. सिंह पटेल
( लोकसभा सदस्य बांदा संसदीय क्षेत्र )