विश्व सेवा परिषद ने चित्रकूट से रंजना उपाध्याय व पाठा क्षेत्र के देव शुक्ला को सम्मानित किया जानिए यह अवार्ड क्यों और कैसे मिलता है ?
दिल्ली / चित्रकूट : शुक्रवार को विश्व सेवा परिषद द्वारा नई दिल्ली के इन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ़ इंडिया के डिप्टी स्पीकर हॉल के सभागार में अवार्ड समारोह का सफल आयोजन संपन हुआ।
संपर्क क्रांति एक्सप्रेस हर रोज दिल्ली जाती है और दिल्ली हर भारतीय के मन मे बसती है तो चित्रकूट से जब कोई दिल्ली मे सम्मानित होता है तो यहां एक्सप्रेस की रफ्तार से खुशी की लहर दौड़ जाती है।
बड़ी बात है कि इस अवार्ड समारोह में “विश्व सेवा रत्न अवार्ड 2023” का अवार्ड वैश्विक लीडर और भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने व भारत राष्ट्र के चहुमुखी विकास करने को कृत संकल्पित देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस बार यह अवार्ड प्रदान किया गया है जिसे बहुत जल्द ही उन तक पहुँचा दिया जाएगा।
वहीं जनपद चित्रकूट का पाठा क्षेत्र मानिकपुर का वह क्षेत्र है जो अपनी बदहाली के लिए प्रसिद्ध रहा है। यहां तमाम समाजसेवियों ने काम किया तो कुछ ने पाठा के नाम की खुलेआम डकैती डाली। दस्युओं से ज्यादा पाठा की बदहाली को दूर करने के नाम पर धन खूब ठिकाने लगाया गया तो वहीं देव शुक्ला अंदुरूनी काम करते रहे जिस पर राष्ट्रीय स्तर की एक संस्था विश्व सेवा परिषद की तीसरी नेत्र पड़ गई।
इधर भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष रंजना उपाध्याय देश – प्रदेश मे संगठन के माध्यम से जनसेवा के कार्य निरंतर करती रहीं तो उनका राजनीतिक मामलों एवं महिला सशक्तिकरण के लिए विश्व सेवा परिषद ने चुनाव किया। उत्तर प्रदेश का पश्चिम हो या पूरब और उत्तर हो या दक्षिण हर दिशा मे यात्रा कर जन जागरूकता के कार्य करती रहीं , इन कार्यों के बदौलत राष्ट्र सेवा सम्मान अर्जित दिया गया , रंजना उपाध्याय इस सम्मान को पाने वाली अकेली महिला हैं।
पाठा के युवा समाजसेवी देव शुक्ला ने फोन द्वारा वार्ता मे कहा कि पाठा के नाम पर हर प्रकार की ठगी बंद होगी। आंकड़ो का फर्जी खेल खेलने वालों को माकूल जवाब दिया जाएगा। अफसरों को गुमराह कर तस्वीरों का खेल खेलने वाले पेशेवरों को वक्त ने जवाब देना शुरू कर दिया है आज जिस प्रकार का राष्ट्र स्तर का सम्मान मिला वह इस बात का संदेश देता है कि सेवा और समर्पण की भावना से सबका सम्मान बरकरार रखते हुए समाज मे काम करेगा उसे प्रोत्साहन मिलेगा।