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श्रमिकों ने लक्ष्मीकांत के करीबी फार्म समन्वयक जे पी आदित्य को तत्काल हटाने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि उत्पीड़न की कार्रवाई बंद नहीं हुई तो कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।

अल्मोड़ा। वी पी के ए एस अल्मोड़ा के निदेशक लक्ष्मी कांत के खिलाफ श्रमिकों का विरोध प्रदर्शन तेज होता जा रहा है। पिछले छह महीनों से उत्तरकाशी में विवादों में रहे लक्ष्मी कांत अब अपने ही अल्मोड़ा कार्यालय में श्रमिकों के आक्रोश का सामना कर रहे हैं। सोमवार, 3 मार्च से अल्मोड़ा फार्म के करीब 200 श्रमिकों ने कार्यस्थल पर गाली-गलौज, दुर्व्यवहार और 30 वर्षों से कार्यरत कर्मचारियों को ब्रेक के नाम पर निकालने की साजिश के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया है।

श्रमिकों ने लक्ष्मीकांत के करीबी फार्म समन्वयक जे पी आदित्य को तत्काल हटाने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि उत्पीड़न की कार्रवाई बंद नहीं हुई तो कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।

इससे पहले कृषि विज्ञान चिन्यालीसौड़, उत्तरकाशी में भी श्रमिकों ने इसी प्रकार का आंदोलन किया था। वहां के फार्म मैनेजर सचिन पंवार और क्लर्क ख्यालीराम पर भी श्रमिकों के उत्पीड़न के आरोप लगे थे, जिनका सूत्रधार लक्ष्मी कांत को माना गया था। अब वही घटनाक्रम अल्मोड़ा में दोहराया जा रहा है, जिससे श्रमिकों में भारी आक्रोश है।

श्रमिक संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को जल्द नहीं माना गया तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। इस बीच, प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है, जिससे श्रमिकों में असंतोष और बढ़ता जा रहा है।

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