
चित्रकूट। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित “8 साल बेमिसाल” कार्यक्रम में प्रिया मसाला ने एक बार फिर अपनी गुणवत्ता और उत्कृष्टता का प्रमाण दिया है। जनपद चित्रकूट द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में प्रिया मसाला को उद्यमी अवार्ड से सम्मानित किया गया, जिसे इंडस्ट्री के डायरेक्टर बृजेश त्रिपाठी ने भव्य समारोह में ग्रहण किया।

यह पुरस्कार प्रिया मसाला के लिए कोई नई उपलब्धि नहीं है। पहले भी इसे मुख्यमंत्री अवार्ड मिल चुका है, जो इसकी उच्च गुणवत्ता, शुद्धता और उपभोक्ता संतुष्टि का प्रमाण है। वर्षों से यह ब्रांड उपभोक्ताओं की पहली पसंद बना हुआ है और घरेलू किचन से लेकर बड़े होटल्स तक अपनी मजबूत पहचान बना चुका है।
प्रिया मसाला: गुणवत्ता, परंपरा और सफलता की कहानी
चित्रकूट के इस स्थानीय ब्रांड ने धीरे-धीरे अपनी मजबूत पहचान बनाई है। बाजार में जहां कई बड़े राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मसाला ब्रांड मौजूद हैं, वहीं प्रिया मसाला ने स्थानीय उत्पादन से राष्ट्रीय स्तर तक अपनी अलग पहचान स्थापित की है। इसकी सफलता की सबसे बड़ी वजह है बिना मिलावट और उच्च गुणवत्ता।
डायरेक्टर बृजेश त्रिपाठी ने सम्मान प्राप्त करने के बाद कहा :
“यह पुरस्कार हमारे मेहनती टीम, उपभोक्ताओं और विश्वास करने वाले ग्राहकों को समर्पित है। हमने हमेशा गुणवत्ता को प्राथमिकता दी है और आगे भी इसे बनाए रखेंगे।”

स्थानीय उद्योगों के लिए प्रेरणा बना ‘प्रिया मसाला’
चित्रकूट जैसे क्षेत्र में, जहां बड़े औद्योगिक हब सीमित हैं, वहां से प्रिया मसाला का इस ऊंचाई तक पहुंचना एक मिसाल है। यह ब्रांड उन सभी स्थानीय उद्यमियों के लिए प्रेरणा है जो अपने दम पर व्यापार को आगे ले जाना चाहते हैं।
सरकार द्वारा भी स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ (ODOP) जैसी योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका लाभ लेकर चित्रकूट जैसे क्षेत्र के व्यवसायी राष्ट्रीय स्तर तक पहचान बना सकते हैं।
आगे की राह : क्या अंतरराष्ट्रीय बाजार में दस्तक देगा प्रिया मसाला?
अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रिया मसाला अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी पहचान बना सकता है? कई भारतीय मसाला ब्रांड वैश्विक बाजार में अपनी जगह बना चुके हैं। अगर प्रिया मसाला अपनी गुणवत्ता और सप्लाई चेन को और मजबूत करे, तो यह भी एक बड़े अंतरराष्ट्रीय ब्रांड के रूप में उभर सकता है।
एक्सपर्ट थिंक
प्रिया मसाला की सफलता न केवल इसकी शुद्धता और गुणवत्ता का प्रमाण है, बल्कि यह चित्रकूट और उत्तर प्रदेश के स्थानीय उद्योगों के लिए भी एक प्रेरणादायक उदाहरण है। यह अवार्ड एक संकेत है कि स्थानीय उद्यमिता को सही दिशा और समर्थन मिले, तो वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक सफलता प्राप्त कर सकती है।