जिला कारागार चित्रकूट मे अबकी बार भजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भजन गायक डा. ललित त्रिपाठी को सुनकर बंदी राष्ट्र भक्ति के भाव से भर उठे। उन्होंने चिट्ठी आई है चिट्ठी आई है सहित राष्ट्र भक्ति के मार्मिक भजन प्रस्तुत किए तो वहीं मंच पर बंदियों ने भी देशभक्ति के गीत गाए।
जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर ने बंदियों को गणतंत्र दिवस के अवसर पर संबोधित करते हुए स्पष्ट कहा कि आजादी के बाद से जेल यातना गृह ना होकर सुधार गृह हो चुका है। जहाँ अपराध से घृणा की जाती है अपराधी से नही इसलिए अपराधी मे सुधार लाने की कोशिश की जाती है। एवं बंदियों को अच्छा माहौल प्रदान किया जाता है जिससे वह जेल के अंदर रहकर सकारात्मक सोच स्वयं मे सुधार ला सकें।
इसलिए गणतंत्र दिवस के अवसर पर जेल प्रशासन द्वारा ध्वजारोहण के पश्चात भजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पेशे से सरकारी शिक्षक भजन गायक डा. ललित त्रिपाठी अपनी आकर्षक वाणी के लिए जाने जाते हैं उनकी आवाज मे भजन सुनने के बाद कोई बिना आकर्षित हुए रह नही सकता।
चित्रकूट जनपद की यह आवाज भजन गायक अनूप जलोटा के समान मिनी अनूप जलोटा के नाम से पुकारी जाती है। पिछले दिनों अटल बिहारी वाजपेई की जयंती पर इनकी खास प्रस्तुति ने मंदाकिनी तट पर सबका मन मोह लिया था।
इस बीच प्रिया मसाले के डायरेक्टर बृजेश त्रिपाठी व समाजसेवी विवेक तिवारी ने बंदियों को अपराध ना करने की शपथ दिलाई। बंदियों ने शपथ ली कि जेल से बाहर जाने के बाद वह भविष्य मे अपराध नही करेंगे ना किसी प्रकार की अपराधिक गतिविधि मे शामिल होंगे।
तत्पश्चात जिला कारागार चित्रकूट मे भी इनकी आवाज के लोग दिवाने हो उठे। अंत मे आपने कभी अलविदा ना कहना इस तरह प्रस्तुत किया कि सचमुच वहाँ बैठे श्रोताओं की आंखे सजल हो गईं। तब समझ मे आया कि चित्रकूट के गगन मे कितनी प्रतिभाएं छिपी हुई हैं। जैसे ही इनकी भजन यात्रा आगे बढ़ेगी यकीन मानिए भारत देश को एक और भजन गायक डा. ललित त्रिपाठी के रूप मे विश्व स्तर पर झंडा फहरा देने वाला मिल जाएगा।
समस्त जेल प्रशासन भजन प्रस्तुति के इस कार्यक्रम से भाव विभोर रहा और बंदी भी सुखद माहौल मे झूमते नजर आए। जेल अधीक्षक के प्रयास से बंदियों मे सुधार कार्यक्रम निरंतर चलते रहते हैं।