विश्व हिन्दू महासंघ का प्रांतीय अधिवेशन चित्रकूट के रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय मे तीन दिन चला। जिसमे उत्तर प्रदेश के कोने कोने से महासंघ के सदस्य शामिल हुए। महिलाओं की भी सहभागिता साफ नजर आई। तीन दिन मे हिन्दुत्व पर खूब मंथन किया गया।
महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति ने समापन के समय भी भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की बात दोहराई। पूरे कार्यक्रम मे यह कहा जाता रहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब भारत का नेतृत्व करेंगे तब भारत हिन्दू राष्ट्र बनेगा।
मतलब विश्व हिन्दू महासंघ का उद्देश्य साफ है कि वह योगी आदित्यनाथ को प्रधानमंत्री बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। जिनको भरोसा है कि योगी आदित्यनाथ भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करेंगे।
घोषणा से इतर संघ हिन्दुत्व मे सामाजिक समरसता की भी बात करता है। वह ऊंच-नीच और अगड़ा – पिछड़ा से अलग समरस हिन्दुत्व की परिकल्पना को पेश करता है। जहाँ सभी समान भाव से रहेंगे और सबके लिए समान नियम कानून होंगे। सामाजिक भेदभाव नही रहेगा।
एक ऐसा समाज होना चाहिए लेकिन आर्थिक समानता कैसे आएगी ? आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग हमेशा कमजोर रहता है। असल मायने मे आर्थिक रूप से समान और भेदभाव रहित हिन्दुत्व की परिकल्पना को साकार करना चाहिए। इसके लिए अधिवेशन मे महासंघ की ओर से जनसँख्या नियंत्रण की बात रखी गई और यह अगर हो जाए तो सराहनीय रहेगा।
समापन के दिन स्थानीय नेता और सामाजिक लोग भी पहुंचे। कार्यक्रम की व्यवस्थापिका प्रदेश मंत्री ज्योति करवरिया रहीं जिन्होंने अंतिम दिन सबका आभार प्रकट किया।
चित्रकूट पर्यटन हब के साथ साथ धर्म के प्रयोग की प्रयोगशाला बनता नजर आ रहा है। अयोध्या के बाद उत्तर प्रदेश मे अब चित्रकूट सबसे महत्वपूर्ण है। इसलिए नेता हों या संगठन सबको इधर ध्यान है। विश्व हिन्दू महासंघ ने भी चित्रकूट मे प्रांतीय अधिवेशन करने का निर्णय लिया और हिन्दू राष्ट्र का जयघोष किया।
इस संगठन की परछाईं के रूप मे सीएम योगी आदित्यनाथ को ही बताया जा रहा है। जबकि हिन्दू युवा वाहिनी पहले ही भंग की जा चुकी है परंतु हिन्दुत्व और राष्ट्र सेवा के लिए उत्साहित लोग योगी आदित्यनाथ की परछाईं का प्रयोग कर देश और समाज के लिए काम कर उनके पद चिन्हों पर चलने का प्रयास कर रहे हैं।