SHARE
प्रेम सिर्फ परमात्मा से हो सकता है और परमात्मा ही आप से प्रेम कर सकता है , इस जगत मे स्वार्थ का प्रेम है जो स्वार्थ ना सिद्ध होने पर तत्काल खत्म हो जाता है।

चित्रकूट : वृंदावन गार्डन मे दूसरे दिन की श्रीराम कथा हो रही थी। जिसमे कथा वाचक शिव पार्वती विवाह की कथा कह रही थीं। तीसरे दिन यहाँ राम जन्मोत्सव की कथा होनी है जिसमे अनिरूद्धाचार्य जी महराज के आने की संभावना है।

इन दिनों हर कथा वाचक कथा के साथ वर्तमान की सामाजिक समस्याओं पर भी व्यक्तिगत विचार प्रस्तुत कर देते हैं जो अक्सर विवादास्पद होते हैं , ऐसा ही एक विचार परम पूज्य कही जाने वाली माधवी जी ने दिया है।

उन्होंने कथा सुनाते हुए बेटियों से महिलाओं से कहा कि ये प्रेम नही है बल्कि उम्र का दोष है इसलिए पैंतीस टुकड़े हो रहे हैं , साफ है कि इशारा लव जिहाद जैसे नेशनल इश्यू पर था। इस लव जिहाद जैसे विषय पर लेखिका सोनाली मिश्र ने भी ” नेहा की लव स्टोरी ” नाम से किताब लिखी है। जो हिन्दू लड़कियों को आकर्षण के जरिए निकाह करने एवं धर्म परिवर्तन के खेल की पोल खोलती है।

इसलिए कथा वाचक माधवी जी के कथन का भी यही मतलब निकाला जा रहा है कि उन्होंने धर्म परिवर्तन एवं लव जिहाद पर निशाना साधा और हिन्दू सनातनी बेटियों को आगाह किया है कि उम्र के दोष से बचें और असल प्रेम की पहचान करना सीखें। यह सच है कि उम्र के आकर्षण को प्रेम मानने की भूल अक्सर हो जाती है और बहुत सी लव मैरिज भी असफल कहानी बन जाती हैं।

देश मे ऐसे तमाम प्रकरण सामने आए हैं जिसमे सनातनी बेटियां लव सेक्स और धोखे का शिकार हुई हैं। किसी की फ्रिज मे कटी लाश मिली है तो किसी को मार कर कहीं फेक दिया गया है और ऐसे प्रकरण मे मुस्लिम लड़को का नाम सामने आया है ऐसे हालात से बचने के लिए परम पूज्य माधवी जी का कथन समझा जा रहा है।

अंततः उन्होंने कहा कि प्रेम ठीक है लेकिन प्रेम सिर्फ परमात्मा से हो सकता है और परमात्मा ही आप से प्रेम कर सकता है , इस जगत मे स्वार्थ का प्रेम है जो स्वार्थ ना सिद्ध होने पर तत्काल खत्म हो जाता है। इसलिए रिश्ते निभाएं और परिवार समाज की व्यवस्था का पालन करें लेकिन परमात्मा से प्रेम का रिश्ता बनाएं जो आपके जीवन को संवार देगा।

” Writer & journalist saurabh Dwivedi “

image_printPrint
5.00 avg. rating (98% score) - 1 vote