By – Saurabh Dwivedi
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने धरना प्रदर्शन कर केन्द्र सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने जैसा संगीन आरोप लगाया है तो वहीं भाजयुमो उत्तर प्रदेश ने ममता बनर्जी का पुतला दहन करने का मन बना लिया है। बुंदेलखण्ड के बांदा से मनोनीत प्रदेश उपाध्यक्ष अजीत गुप्ता के नेतृत्व में भाजयुमो बांदा मंगलवार को जोरदार प्रदर्शन कर पुतला फूंकेगा।
सारदा चिट फंड घोटाले में पुलिस कमिश्नर द्वारा सीबीआई को सहयोग ना दिए जाने के बाद पश्चिम बंगाल में तेजी से राजनीतिक घटनाक्रम बनते – बिगड़ते नजर आ रहे हैं। जिस वक्त सीबीआई की टीम पश्चिम बंगाल पहुंची , ठीक उसी वक्त से पश्चिम बंगाल की पुलिस ने मुख्यमंत्री के आदेशानुसार सीबीआई के पांच अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया।
इस खबर के बाद देश भर में अलग – अलग अवधारणाएं बनने लगीं। बहुत से लोग ममता बनर्जी की तानाशाही करार दे रहे हैं तो वहीं विपक्ष उन्हें पीड़ित बता रहा है। इसी संदर्भ में भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष अजीत गुप्ता ने फोन द्वारा बातचीत पर कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री अपने घटते जनाधार व भाजपा के बढ़ते जनाधार से इतनी घबराई हुई हैं कि एक पुलिस कमिश्नर को पूछताछ से बचाने के लिए स्वयं मैदान पर आ चुकी हैं। उन्होंने यह धरना प्रदर्शन कर साबित किया है कि केन्द्र सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त है और स्वयं पर आंच ना आ जाए , इस भय की वजह से तमाम राजनीतिक व संवैधानिक गैरजरूरी कारण गिनाकर वे चुनावी समय में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही जांच को प्रभावित करने के लिए अपने आपको झोंक दी हैं।
श्री गुप्ता ने कहा कि लोकसभा चुनाव का समय अवश्य है पर राष्ट्र के प्रधानमंत्री हमेशा से इस बात को कहते रहे हैं कि भारत जैसे बड़े राष्ट्र में हर महीने दो महीने में कहीं ना कहीं चुनाव संपन्न होते हैं तो क्या चुनाव की वजह से न्यायिक कार्रवाई व विकास के कार्य रोके जा सकते हैं ? उन्होंने कहा कि असल में विपक्ष नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के साथ ही चुनावी मोड पर आ चुका था। अतः असहिष्णुता के मुद्दे से लेकर लिन्चिंग आदि तमाम मनगढ़ंत घटनाओं के जरिए केन्द्र सरकार को स्थिर करने व छवि खराब करने का प्रयास पूरे पांच वर्ष तक किया गया है।
साथ ही कहा कि केन्द्र सरकार व प्रधानमंत्री की मंशा एकदम स्पष्ट है कि भारत का विकास सर्वोपरि है व भ्रष्टाचार का समूल नाश ही एकमात्र विकल्प है। इसलिये लोकतंत्र की हत्या व संविधान की अवमानना स्वयं ममता बनर्जी व कमिश्नर ने किया और बाद में समूचा विपक्ष राजनीतिक आधार पर साथ खड़ा हुआ। जोकि राष्ट्र के भविष्य के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने बताया कि भाजयुमो के युवाओं इस बात को लेकर बेहद आक्रोश है अतः इस घटना को लेकर मंगलवार को ममता बनर्जी का पुतलि दहन कर कड़ा संदेश दिया जाएगा।