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इस दौर मे सैकड़ो किलोमीटर पैदल चलने को कोई सोच नही सकता। 45 डिग्री के तापमान मे यह सोच आपकी रूह कंपा देगी लेकिन लोहदा ग्राम के रहने वाले आशीष पैदल ही योगी आदित्यनाथ से मिलने चल चुके हैं , मुख्य बात है कि इनके संग करीब तीन साथी भी कदमताल कर रहे हैं।

पैदल यात्रा की शुरुआत मे कामतानाथ के महंत मदनगोपाल दास महराज पहुंचे थे। जिन्होंने बाल्मीकि नदी एवं मंदाकिनी नदी के संगम तट पर पूजा – अर्चना की बाद मे आशीष रघुवंशी को जल थमा कर रवाना कर दिया।

इस यात्रा मे मंगलवार दोपहर तक तीन साथियों सहित आशीष रायबरेली से फेसबुक लाइव किए उन्होंने बताया कि हम रायबरेली के आगे निकल रहे हैं। इस दौरान समर्थक धूप मे आराम करने को बोलते नजर आए लेकिन आशीष ने सबका धन्यवाद जताया और चलते चले गए।

पूरा मामला यह है कि चित्रकूट की लाइफ लाइन कही जाने वाली मंदाकिनी नदी के लिए लगातार आंदोलन चल रहा है। बहुत से लोग साफ – सफाई कर रहे हैं और जागरूकता अभियान चला रहे हैं।

यही सब देखकर ग्रामीण इलाके मे रहने वाले आशीष ने पहले संगम तट से मंदाकिनी के उस स्रोत तक पैदल यात्रा की जहाँ से मंदाकिनी का उद्गम होता है। ग्रामीणों से बात होने के बाद उन्होंने अंतिम हल के लिए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की दरवाजे की कुंडी खटखटाने का मन बना लिया जिसके लिए उन्होंने तय किया कि गरीब किसान का बेटा पैदल ही जाएगा।

अब देखना है कि योगी आदित्यनाथ से मिलकर उनकी क्या बात होती है और मंदाकिनी की समस्या का हल क्या निकल रहा है ? फिलहाल यूट्यूब पर फुलस्टाॅप सौरभ चैनल पर आशीष के वीडियो को हजारों लोग देख रहे हैं व इसे वायरल कर रहे हैं ताकि योगी आदित्यनाथ के दरवाजे की घंटी पहले ही बज जाए और मंदाकिनी की वास्तविक समस्या से जानकार होकर आशीष को मंदाकिनी नदी के पुनर्जीवन अभियान का पुख्ता हल प्रदान करें।

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