धक धक होने लगा था, जब प्रेमी ने सुना कि उसकी प्रेमिका का मोबाइल नंबर थर्टीन डिजिट का हो जाएगा। ये हर उस आशिक के साथ हुआ होगा, जिसे दुबारा नंबर मिलने की संभावना नहीं रह जाती है। किसी का ब्रेकअप हो चुका होता है या फिर बातें सातें स्टाप हो चुकी होती हैं। लेकिन प्रेम अंदर ही अंदर कलकल करता जीवंत रहता है।
इश्क में डूबा आशिक मोबाइल नंबर भी धरोहर की तरह संभाल कर रखता है। या तो याद कर लेता है या फिर ऐसी जगह कोड वर्ड में लिख लेता है कि नंबर कभी खो ना सके। एक संवेदनशील प्रेमी सचमुच नंबर संभाल कर रखता है और वो नंबर ही उसकी जिंदगी का सबसे कीमती उपहार हो जाता है, जिसे हृदय में समाकर अंदर ही अंदर प्रेम महसूस करता है।
आजकल गूगल बाबा का जमाना है, फिर भी अगर बैकअप नहीं रहा तो मो. नंबर पिंजरे से फरार पंक्षी की तरह हो जाते हैं। ऐसे लोगों की तादाद कम नहीं होगी जो किसी ना किसी मोबाइल नंबर को धरोहर की तरह संभाल कर रखे होगें सिर्फ इतनी आश में काश एक बार बात हो जाए।
इस झूठी खबर का पता भी यही चला कि मशीन टू मशीन सिम कार्ड थर्टीन डिजिट के होगें और लोग इतने फुरसतिया हैं कि सबके मोबाइल नंबर तीन और नंबर जबरन एड कराकर जिंदगी में अफरा-तफरी मचाए दे रहे थे। एक प्रेमी बेचारा इसलिए परेशान था कि धरोहर के रूप में सुकून देता मोबाइल नंबर भी कबाड़ के माफिक हो जाएगा फिर यादों में उसे धरोहर की तरह संजोए रखेगें।
ऐसी आपबीती कोई बताए ना बताए पर उस खबर के साथ किसी ना किसी सच्चे प्रेमी-प्रेमिका पर बीती जरूर होगी, जिसके पास नंबर ही एक सहारा और मुहब्बत का उपहार हो।