@Saurabh Dwivedi
लिव फाॅर अदर्स संस्था द्वारा उत्तराखंड से लेकर उत्तर प्रदेश तक वृक्षारोपण की मुहिम चलाई गई। विश्व पर्यावरण दिवस पर संस्था के सदस्यों ने रोपण और संरक्षण के भाव के साथ वृक्षारोपण किया। कोरोना की दूसरी लहर मे आक्सीजन की किल्लत सामने आई और इस कमी से जिंदगियों को समाप्त होते हुए समाज ने साक्षात दर्शन किए हैं। मेडिकल साइंस मे आक्सीजन और प्राकृतिक आक्सीजन पर विशेष अंतर माना जाता है परन्तु प्रकृति से शुद्ध वायु औषधि का हमेशा काम करती है।
उत्तर प्रदेश के जनपद चित्रकूट मे अनुज पण्डित व विवेक तिवारी ने पर्यावरण दिवस पर वृक्षारोपण किया। उन्होंने बताया कि लिव फाॅर अदर्स संस्था की अध्यक्ष ऊषा शुक्ला के आह्वान पर संस्था की ओर से इस दिन वृक्षारोपण की मुहिम को पंख प्रदान किए गए हैं। हमारे सामने हर वर्ष की भांति बारिश का पूरा मौसम वृक्षारोपण हेतु वरदान बनकर सामने आता है , विवेक और अनुज ने कहा कि हम संस्था की ओर से समाज से प्रार्थना करते हैं कि व्यक्तिगत रूप से वृक्षारोपण कर वास्तव मे भारत को गौरवशाली हरियाली वाला देश बनाएं।
फतेहपुर से प्रशांत तिवारी वृक्षारोपण करते हुए बताते हैं कि संस्था की ओर से हर वर्ष वृक्षारोपण करता रहा हूँ। इस वर्ष कोरोना मे आक्सीजन की कमी को सभी ने महसूस किया और बहुत से जीवन से बुझ गए। कानपुर से सुषमा सिंह ने वृक्षारोपण कर कहा इस समय मनुष्य की चेतना वृक्षारोपण के प्रति अधिक जागृत हो रही है और गृह नगर मे लिव फाॅर अदर्स की ओर से पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया गया। ज्यादा आक्सीजन वाले वृक्ष लगाने के लिए सभी से सहृदय संवाद स्थापित किया गया।
इधर उत्तराखंड से संस्था की अध्यक्ष ऊषा शुक्ला ने बातचीत मे बताने लगीं कि हमारी संस्था व्यक्तिगत और सदस्यों की मदद से ही काम करती है , अरूणाचल प्रदेश मे भी संस्था पहले से काम कर रही है। संस्था के सभी सदस्य जो दान करते हैं उसी से समय समय पर किसानों के हित मे बीज आदि का वितरण किया जाता है। व वृक्षारोपण कर जल जंगल और जमीन को बचाए रखने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि भविष्य मे ग्रामीण स्तर पर नागरिक चेतना को जागृत किया जाए और एक बड़ा बदलाव सभी के सामने आ सके। पर्यावरण दिवस पर वृक्षारोपण करने वाले सभी सदस्यों का उन्होंने आभार व्यक्त किया व भविष्य मे सजग प्रहरी की भांति कार्य करने के संकल्प को दुहराया।