SHARE

आजादी के अमृत महोत्सव के माहौल मे रक्षाबंधन का अपना अलग ही स्वैग है , यह चिरकाल से चला आ रहा है जब बहनें भाई की कलाई मे राखी बांधती हैं और बाजार राखियों से पट जाता है हालांकि आनलाइन मार्केट का राखी के बाजार पर भी असर पड़ा है तो इधर महिला मोर्चा भाजपा बाजार पर दिखा और सुरक्षा कर्मियों के राखी बंधने लगी।

हिन्दू – मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करते हुए क्षेत्रीय मंत्री भाजपा महिला मोर्चा रिजवाना परवीन ने जिलाध्यक्ष दिव्या त्रिपाठी के साथ राखी बांधते हुए नजर आईं। रिजवाना परवीन सुरक्षा कर्मियों के हाथ राखी बांधकर बहनों की सुरक्षा का वादा लीं तो वहीं जिलाध्यक्ष दिव्या त्रिपाठी ने कहा कि सुरक्षा कर्मी पूरे साल भर आम जन और महिलाओं की सुरक्षा के लिए ट्रैफिक पर खड़े रहते हैं और सामर्थ्य अनुसार कर्तव्य का निर्वहन करते हैं।

इसलिए हमारा दायित्व बनता है कि हम ऐसे भाइयों की कलाई मे राखी बांधे जिससे सुरक्षा – रक्षा का भाव मानव मन मे प्रबल होता चला जाता है।

इधर चर्चा मे बने रहने वाले सांसद पुत्र सुनील पटेल महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष के घर पहुंचे और राखी बंधाई । सोशल मीडिया पर दिव्या त्रिपाठी ने तस्वीर साझा कर सभी को अवगत कराया।

इस एक दिन से सांसद पुत्र की छवि अलग ही प्रस्तुत हुई जबकि इधर कुछ दिनों से विवादों के घेरे मे इस तरह घिरे कि लोग पुत्र के जरिए सांसद पिता को घेरने लगे थे और एक सीधा आरोप सांसद बांदा पर ब्राह्मण विरोधी होने का लगाया जा रहा था जैसे 90 के दशक मे जनपद मे ब्राह्मण बनाम कुर्मी की राजनीति नफरत के सांचे मे चल रही थी। वैसी ही कोशिश जनपद मे फिर शुरू है।

कहते हैं त्योहार मनुष्य के मन के मौसम को बदल देते हैं। यही काम सांसद पुत्र ने किया कि एक ऐसी बहन से राखी बंधाई जिससे समाज मे एकता और प्रेम का संदेश जाए , समय-समय पर सबसे महत्वपूर्ण यही है कि नफरती चिंटुओं को हमारे त्योहार ही जवाब दे देते हैं कम से कम हमारे लिए जरूरी तो यही है कि हम जातियों मे ना बंटे और एकता के सूत्र मे पिरो कर जीवन जिएं।

इस दिन सांसद पुत्र ने अपनी बहन से उसी रक्षा भाव का वादा किया जैसे एक भाई सदियों से अपनी बहन से करता आ रहा है और हुमायूं व रानी लक्ष्मीबाई के राखी का रिश्ता सभी को पता ही है।

image_printPrint
5.00 avg. rating (98% score) - 1 vote