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@Saurabh Dwivedi

धुंध उपन्यास के लिए मिला सम्मान.

शब्द गंगा शुद्धि अभियान संस्थान व सृजन साहित्यिक एवं सामाजिक सेवा संस्थान द्वारा लेखिका नीलम शर्मा को साहित्य गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। पिछले दिनों एक कार्यक्रम मे उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया गया। जिसमे अपरिहार्य कारणों से लेखिका की अनुपस्थिति रही।

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इसलिए संस्थान के राष्ट्रीय महासचिव सचिव प्रेम कुमार सिंह द्वारा उनके कार्यालय मे पहुंचकर सम्मानित करने का निर्णय लिया गया। संस्था ने यह सम्मान धुंध उपन्यास हेतु प्रदान किया , जो कम दिनों मे पाठकों का दिल जीतने मे सफल रही है। धुंध एक लड़की के संघर्ष की कहानी है। जिसमे कालेज के दिनों मे प्रेम और दोस्ती का रिश्ता परवान चढ़ता है। लेखिका ने कहानी को काफी धैर्य से लिखा है जो अत्यंत गहराई लिए हुए है।

खास बात है कि उपन्यास मे मर्यादा का पालन हुआ और प्रेम को गहराई से दर्शाया गया है। अंत मे उपन्यास की नायिका एक ऐसा निर्णय लेती है जिसकी चर्चा अब खूब होने लगी है। यह उपन्यास जीवन पर आधारित है।

सम्मानित करते हुए संस्था के राष्ट्रीय महासचिव व लेखिका नीलम शर्मा.

लेखिका नीलम शर्मा बताती हैं कि लाॅकडाऊन के समय जब फुर्सत के पल आए तभी उनके मन में यह कहानी आई और लिखते – लिखते एक उपन्यास का रूप ले लिया। वह कहती हैं ऐसा लगता है जैसे सबकुछ पहले से तय रहता हो चूंकि धुंध का लिख जाना किसी सपने का अचानक से साकार हो जाना था। उन्होंने कहा कि अच्छा लगता है जब पहली ही लिखी हुई किताब की खूब सराहना पाठको द्वारा की जा रही हो।

यह सम्मान मुझे भविष्य मे अधिक लिखने की प्रेरणा देगा। मैं इस सम्मान के लिए संस्थान का आभार व्यक्त करती हूँ। आशान्वित हूँ कि संस्थान शब्द प्रदूषण मुक्ति अभियान को अनवरत चलाता रहेगा चूंकि शब्द प्रदूषण मनुष्य के मन – मस्तिष्क को सबसे अधिक प्रभावित करता है। संस्थान का यह प्रदूषण मुक्ति अभियान सराहनीय है।

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