By :- Saurabh Dwivedi
एक तेरी खूबसूरती के सिवाय।
कहीं और खूबसूरती नजर ना आई !
( सौरभ शायर )
एक खूबसूरत सी छवि मन की गहराई में बसकर जिंदगी का सुख प्रदान कर जाती है। मन ही मन में प्रेम का उमड़ आना और प्रेम का रसपान कर लेना आत्मीय प्रेम की खूबसूरत दास्ता है।
लंबे समय से ना देख पाना और फिर एक बार मन की आंखो से तस्वीर को महसूस कर लेना प्रेम में गुलाबी हो जाना गुलाबी अहसास है।
मानाकि छू नहीं सकता पर जानती हो अहसास से सराबोर हो स्पर्श कर लेने का अद्भुत सुख तुम्हारे प्रेम मे महसूस किया है। मन की शहजादी बन जाना इसी को कहा जाता है।
एक प्रेमी जो प्रेम महसूस कर लेता है। उसके लिए दूरी मायने नहीं रखती है। जीवन मे ना मिल पाने की कसिस हो सकती है पर अहसासों में मिल लेना जमीं और आसमां सा मिलन होता है। बादल का बरसना पृथ्वी के भीगने का विशेषण आत्मीय अहसास की संज्ञा बन जाती है।
सौभाग्यशाली हूँ। सौभाग्यशाली है अंतस का प्रेमी जो अलगाव सी दूरी महसूस कर भी दर्द को पीकर अपनत्व के रस मे डूबकर जीवन भर का प्रेम महसूस कर लेता है। तमन्ना सिर्फ इतनी सी है कि प्रेम के अहसास समयानुकूल मन में बहते रहें और प्रेम रचकर सुख महसूस करता रहूं।
संसार का भय नहीं और संसार की टोकने वाली आदत से सरोकार नहीं कि क्या कहेंगे लोग ? इन सबसे परे तुम्हारे अहसास में अद्भुत प्रेम के लिए चंद लफ्ज पिरो लेना जिंदगी का सुख है। चूंकि जीवन की खूबसूरत छवि हो , जो मन की गहराई में तरंग बनकर बहती रहती है।