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उन्होंने मुख्य अतिथि दिव्या त्रिपाठी का आभार व्यक्त किया और बोले कि एक गाँव के भविष्य का निर्माण शिक्षित व स्वस्थ बच्चे ही करते हैं यह कितना उत्तम है कि इस गांव की पूर्व प्रधान आज भी एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप मे भी हमेशा सक्रिय रहती हैं और बच्चों का प्रोत्साहन करती हैं।

सेमरिया जगन्नाथवासी / चित्रकूट : आई फ्लू से बच्चे हों या बुजुर्ग कोई नही बच पा रहा है। हल्की सी लापरवाही का मतलब है कि आई फ्लू की चपेट मे आ जाना जिसके लिए जागरूक रहना बहुत जरूरी है। बच्चों को जागरूक करने एवं स्वास्थ्य का परीक्षण करने हेतु राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल द्वारा अपर इंग्लिश मीडियम स्कूल सेमरिया जगन्नाथवासी मे स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया जिसमे मुख्य अतिथि के रूप मे दिव्या त्रिपाठी उपस्थित रहीं।

स्वतंत्र निष्पक्ष पत्रकारिता हेतु

महिला मोर्चा भाजपा की जिलाध्यक्ष एवं पूर्व प्रधान सेमरिया जगन्नाथवासी दिव्या त्रिपाठी सामाजिक कार्यों मे अनवरत सक्रिय रहती हैं जो विभिन्न कार्यक्रमों मे बतौर वक्ता बोलती हैं और जागरूकता हेतु हमेशा काम करती हैं जो इस बार अपने ही गांव के अपर इंग्लिश मीडियम स्कूल मे बच्चों के बीच स्वास्थ्य को लेकर बोलीं।

उन्होंने कहा कि बीमारियां समय-समय पर आती रहती हैं। इस बार आई फ्लू ने सबको परेशान कर रखा है। बच्चे हों या बुजुर्ग सभी इस बीमारी के चपेट मे आ रहे हैं। खासतौर से आप बच्चों को बहुत ध्यान रखने आवश्यकता है चूंकि बच्चे अक्सर लापरवाही कर जाते हैं जिससे बीमारी आसानी से गिरफ्त मे ले लेती है।

उन्होने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि कोई भी बच्चा आई फ्लू के चपेट मे ना आए। सभी स्वस्थ रहें जिसके लिए अभिभावकों तक भी जागरूकता का यह संदेश जाना बहुत आवश्यक है। इन दिनों बहुत से बच्चों को सुरक्षा की दृष्टि से चश्मा लगाए देखा गया है तो जिस प्रकार से कोरोना के समय हमने मास्क और सैनेटाइजर से यह जंग जीती है वैसे ही मामूली सी सावधानी बरतने से आई फ्लू से भी जंग जीती जा सकती है।

आई फ्लू के संबंध मे आगंतुक महिला चिकित्सक ने बच्चों और अध्यापकों को जानकारी देते हुए बोलीं कि इसके साधारण लक्षण आंखो का लाल होना है और हल्की खुजलाहट होना व आंख से कीचर निकलना , ऐसा कोई भी लक्षण हो तो डाक्टर के सुझाव पर ड्राप लेने एवं एक दो दिन के आराम मे ही यह रोग ठीक हो जाता है।

चूंकि आंख सबसे संवेदनशील और महत्वपूर्ण अंग है जिससे हम दुनिया देखते हैं और फिर नजरिया तय करते हैं। जीवन भर हमे आंख ही दुनिया का दर्शन कराती है इसलिए एक साधारण सा रोग भी नजरंदाज नही किया जा सकता है।

इस दौरान स्कूल के शिक्षकों ने भी आई फ्लू की रोकथाम एवं बचाव विषय पर बच्चों के बीच अपनी बात रखी और होम्योपैथिक राजकीय अस्पताल के स्वास्थ्य शिविर की सराहना करते हुए बोले कि वास्तव मे ऐसे स्वास्थ्य परीक्षण समय-समय पर होते रहना चाहिए।

उन्होंने मुख्य अतिथि दिव्या त्रिपाठी का आभार व्यक्त किया और बोले कि एक गाँव के भविष्य का निर्माण शिक्षित व स्वस्थ बच्चे ही करते हैं यह कितना उत्तम है कि इस गांव की पूर्व प्रधान आज भी एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप मे भी हमेशा सक्रिय रहती हैं और बच्चों का प्रोत्साहन करती हैं।

इस प्रकार स्वास्थ्य शिविर खुशनुमा माहौल मे संपन्न हुआ। जिसमे स्कूल के बच्चों को प्रेरणात्मक बातें सुनने के लिए मिलीं जिससे वह स्वास्थ्य और पढ़ाई पर ध्यान दे सकेंगे और रूचि लेंगे।

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