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By :- Saurabh Dwivedi

धर्म स्थली के नाम से मशहूर चित्रकूट में व्यवसाय पर खासा असर पड़ा है। व्यवसाय पर असर पड़ने से छोटी – मोटी दुकानों मे काम करने वाले युवाओं की जिंदगी पर भी असर पड़ा है। युवा व्यापारियों के व्यापार पर जो असर पड़ा है , उससे आगे बढ़ने के लिए शहर के प्रमुख व्यवसायी राजीव श्रीवास्तव से चर्चा हुई। उन्होंने वायरस को मात देकर ग्राहकों से किस प्रकार रिश्ता बनाए रखा , यह जानना प्रत्येक व्यवसायी के लिए दिलचस्प होगा।

हीरो एजेंसी हाल ही मे नए कलेवर पर आई थी। श्रीवास्तव परिवार के संजीव और राजीव दो सगे भाइयों ने व्यवसाय को खड़ा करने मे जो संघर्ष किया था तो उन्होंने पुनः कभी सोचा नहीं था कि अचानक से उनके सामने संघर्ष पुनः दस्तक देगा।

शुरूआत और मध्य व व्यवसाय की ऊंचाई मे पहुंचने तक खूब अंतर आ जाता है। असल में हीरो कंपनी की मंशा अनुसार इन्होंने डेढ़ – दो महीने पहले ही कई लाख ₹ लगाकर एजेंसी को डीलर प्वाइंट बनाया। एक नया स्वरूप दिया। एक आकर्षित करने वाला शो रूम बनाया।

इनके यहाँ लगभग दो दर्जन से ज्यादा युवा और कम से कम आधा दर्जन युवतियां सहयोगी भूमिका अदा करते हैं , जिससे इनका जीवनयापन चलता है।

लाकडाउन मे शोरूम बंद हो चुका था। इनके ग्राहक भी लाकडाउन हो चुके हैं। लोगों ने इस दौरान साधन का प्रयोग भी कम किया है। स्वाभाविक है कि सर्विस टाइम बढ़ जाएगा। चूंकि बाइक चलेगी नहीं और कम चलेगी तो लगभग दो से तीन हजार किलोमीटर चलने में पहले हे ज्यादा समय लगेगा।

सवाल है कि ग्राहक से जुड़ा कैसे जाए तो इन्होंने तरकीब निकाली। वर्क फ्राम होम को लागू किया और वर्कर्स से ग्राहकों का टेलिफोनिक रिलेशन मेनटेन करा दिया। उन्होंने ग्राहकों को काॅल करके उनके हालचाल लेने शुरू किए। कोरोना वायरस से बचने के लिए टिप्स देने शुरू किए। साथ ही बाइक के हालचाल लिए और सर्विस टाइम को लेकर चर्चा की ! जहाँ ग्राहकों को समस्या लगी उन समस्याओं को हल किया।

इस तरह से एक बिजनेसमैन का बिजनेस रूका नहीं बल्कि चलता रहा और यही एक अच्छी तरकीब थी। कि कस्टमर कैसे अपना बना रहे और लाकडाउन ओपन होने के पश्चात वह बेडी पुलिया पेट्रोल पंप के सामने स्थित आकर्षक शो रूम में आकर सेवा दे और सेवा ले !

अलग – अलग व्यवसाय में अलग – अलग पहलू होता है। अतः इनकी तरह नकल करने की कोशिश कोई व्यवसायी ना करे। हाँ यह जरूर है कि कोई भी व्यवसायिक टिप्स लेना चाहे तो हमारी टीम व बिजनेसमैन राजीव श्रीवास्तव से चर्चा कर घाटे को लाभ मे कैसे बदलें ? ग्राहकों से रिश्ता कैसे बनाएं ? और संक्रमण के दौरान बिजनेस को हाई लेवल पर कैसे ले जाएं ! चूंकि राजीव श्रीवास्तव एंड संजीव श्रीवास्तव ने लाकडाउन के दौरान इनवेस्टमेंट करने के पश्चात इनकम ब्रेक का सामना किया है।

आपका सहयोग हमारा प्रयास

इनकम ब्रेक होने पर मार्केट पर असर पड़ता है और पर्सनल बिजनेस पर असर पड़ता है। बहुत से यूथ बिजनेसमैन डिप्रेशन के शिकार भी हो सकते हैं तो हमने इसका रास्ता निकाला है। आप हमसे संपर्क कर इनकी तरह अपनी समस्या बता सकते हैं और हमारी टीम अध्ययन कर सुझाव व सही रास्ता निकाल कर आपको आत्मबल प्रदान करेगी , जिससे आपका व्यवसाय अच्छा होगा और देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।

बदलती व्यवस्था के साथ स्वयं व बिजनेस के तौर-तरीके में बदलाव लाकर वायरस के खिलाफ जीवन सुरक्षा चक्र स्थापित कर सकते हैं। इन्होंने मशीन की फिक्र की और इंसान की भी फिक्र की इस तरह से ग्राहक और व्यवसायी का रिश्ता बनता है और बिजनेस की ग्रोथ स्थिर रूप से बढ़ती है। 

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(Saurabh chandra Dwivedi
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karwi Chitrakoot )

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