समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने चित्रकूट जिले की कमान एक बार फिर अनुज सिंह यादव को सौंपी है। एक युवा होने के नाते चौथी बार जिलाध्यक्ष बनना बड़ी उपलब्धि कही जाएगी। शीर्ष नेतृत्व द्वारा बार-बार विश्वास जताना युवाओं को राजनीति में बने रहने के लिए प्रेरित भी करता है।
अनुज के पिता स्व. राजबहादुर सिंह यादव जैसे कद व सशक्त विचारों वाला नेता अपवाद स्वरूप ही समाज को मिला करता है। इनके पिता का संघर्ष इतना व्यापक और पारदर्शी रहा है कि जिले स्तर से लेकर प्रादेशिक स्तर तक उनका नाम ही पर्याप्त था।
जिस वक्त समाजवादी पार्टी संघर्ष के दिनों में थी और खासतौर से चित्रकूट जिले में कम्युनिस्ट पार्टी व बसपा जैसे दलों के सामने समाजवाद का अस्तित्व बनाना था , उस वक्त उनका संघर्ष ही अस्तित्व का कारक है। यूं भी कहा जा सकता है कि वर्तमान जिलाध्यक्ष अनुज उस परिवार से हैं , जो चित्रकूट में समाजवादी पार्टी की नींव है।
नींव मजबूत हुई तो इमारत टिकाऊ होती है और अनुज समाजवादी इमारत की नींव हैं। आज सचमुच उनके पिता होते तो राजनीति की लंबी पारी खेल रहे होते परंतु समाज का दुर्भाग्य ही था कि एक तेजस्वी स्वरूप व ओजस्वी विचारों वाले नेता को काल ने छीन लिया।
एक बेटा परिवार का गौरव होता है और अनुज तो अपने पिता के नाम को अनवरत अखंड दीपक की तरह प्रज्वलित कर उदीयमान किए हुए हैं। असल में कुछ भी हो लेकिन आपका विनम्र स्वभाव और अनवरत संघर्ष जीवन में काम आता है। वही सफलता का कारक बनता है।
अनुज विवादों से दूर रहते हुए राजनीतिक – सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते रहे और दलीय निष्ठा को ईमानदारी से निभाते रहे। ऐसे ही युवा भविष्य में समाज को अच्छा भविष्य दे कर जाते हैं। इनकी यह शुरूआत ही है , आशान्वित हैं कि भविष्य सूर्य और चांद की तरह ही रहेगा। किन्तु इसके लिए अनुज सिंह यादव की चिंतन – मंथन और अध्ययन का दौर जारी रखना होगा।
संगठनात्मक दृष्टि से कार्य सराहनीय रहा और समरसता बनी रही। यही वजह है कि शीर्ष नेतृत्व संघर्ष के दिनों में युवा अनुज पर भरोसा जताए रहे।
Rajneeti Ek gahra dariya hai jisko Har insan nhi par Kar sakta