महोबा : आल्हा ऊदल के नगर महोबा में वेदनिधि फाउंडेशन द्वारा तीन महीने का महिला कौशल विकास कार्यक्रम चलाया गया। जिसका समापन 8 नवंबर दिन बुधवार को पद्मश्री उमाशंकर पाण्डेय की उपस्थिति मे हुआ। पद्म श्री उमाशंकर पाण्डेय समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे जिन्होंने कौशल विकास सीख चुकी महिलाओं को संबोधित कर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान की।
वेदनिधि फाउंडेशन के प्रशांत गुप्ता ने बताया कि तीन महीने तक महिलाओं का कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया गया। उन्होने कहा कि वेदनिधि फाउंडेशन रोजगार , पर्यावरण की दिशा मे विशेष कार्य कर रहा है। प्रशांत गुप्ता भविष्य को ध्यान मे रखते हुए बोले कि फाउंडेशन शीघ्र ही साफ्टवेयर एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कोर्स शुरू करने जा रहा है जिसका प्रशिक्षण महिलाओं को निःशुल्क दिया जाएगा। ।
साफ्टवेयर एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भविष्य :
वेदनिधि फाउंडेशन की आगामी योजना पर जानकारों का कहना है कि यह समय साफ्टवेयर एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ही है लेकिन बुन्देलखण्ड में इस क्षेत्र मे ना के बराबर महिलाएं काम कर रही हैं। यहां बेटियां भी इस फील्ड का ज्ञान बहुत कम रखती हैं जिनको इसकी जानकारी है वे बुन्देलखण्ड से बाहर काम करती हैं अगर वेदनिधि फाउंडेशन महिलाओं को साफ्टवेयर एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मे दक्ष बनाता है तो यह अपने आप मे आधुनिक समाजसेवा कही जाएगी , असल में स्किल डेवेलपमेंट होने से बेटे हों या बेटी वह कौशल से धन कमाएंगे जिससे आर्थिक स्थिति अच्छी होगी और भविष्य उज्ज्वल होगा। इसलिए प्रशांत गुप्ता की यह पहल अच्छी है जो उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को कम से कम एक स्किल सीखनी चाहिए।
कौशल विकास जीवन के विकास का आधार : प्रशिक्षण मे सफल महिलाओं को सर्टिफिकेट वितरण करने के पश्चात पद्मश्री उमाशंकर पाण्डेय ने एक वाक्य मे जीवन का सार प्रस्तुत कर दिया है कि व्यक्ति और समाज का एक रूप संसार है अतः कौशल विकास को अपनाने से जीवन का विकास होगा। जिस व्यक्ति मे किसी तरह का भी कौशल होगा वह अपने कौशल से कमाएगा तो हर व्यक्ति की आर्थिक स्थिति सकारात्मक रूप से अच्छी होगी और संसार मे सकारात्मक माहौल होने से जीवन का विकास होगा। इसलिए यह कहना कि कौशल विकास जीवन के विकास का आधार है तो यह सार्थक सिद्ध होता है अतः हर व्यक्ति को अपने अंदर की प्रतिभा पहचान कर कोई ना कोई कौशल का प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहिए।
संस्था के सचिव रामचंद्र पाठक ने बताया कि फाउंडेशन से वर्ष 2022 – 23 में 125 छात्राओं को निःशुल्क सिलाई , कम्प्युटर एवं अन्य टेक्निकल प्रशिक्षण दिया जा रहा है जो आगे भी जारी रहेगा। इस दौरान पद्मश्री उमाशंकर पाण्डेय ने प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी छात्राओं को सर्टिफिकेट प्रदान किए। कार्यक्रम के अंत में वेदनिधि फाउंडेशन की अध्यक्ष जागृति गुप्ता ने सभी आगंतुक जनों का आभार व्यक्त किया।