SHARE

♡ दिल एक मुसलमान का ♡

आस्ट्रेलिया की बैटिंग चल रही थी। मैं अपने बचपन के दोस्त पवन तिवारी के साथ ब्लाक परिसर पहाड़ी के सामने ही खड़ा था वहां एक लड़का मोबाइल में मैच देख रहा था।

उसने मेरी ओर देखा और कहा सौरभ भाई ? मैंने आदतन कहा हाँ भाई चूंकि मेरा एक फंडा है किसी जानने वाले को मैं अपरिचित ना महसूस कराऊं अमूमन थोड़ी-बहुत बात होकर निकल लेते हैं।

लेकिन इस बार मैं फंस गया उसने कहा क्या नाम है मेरा ? अब मेरे पास कोई जवाब नही था सिवाय इतने के कि मैं चेहरे से आपको पहचानता हूं और वो मायूस हो गया।

वो पवन से मैच की बात करने लगा और भारत को हारते हुए देखकर सैड हो रहा था। मैं उन दोनों का क्रिकेट ज्ञान किसी ज्योतिष वक्ता की तरह का सुन रहा था।

कुछ देर मे कोई आया और वो अंधेरे मे ही निकल लिया तब दूर जाता हुआ देख मैंने पवन से पूछा कि भाई ये कौन है ? कहाँ काम करता है ?

पवन ने कहा अरे ये मोहम्मद का छोटा भाई है। मैंने कहा फिर भी नाम याद नही आ रहा पर क्या तुम नाम जानते हो ? पवन ने कहा मुझे भी अभी ध्यान नही आ रहा।

फाइनल मुकाबला हारने के बाद फेसबुक पर अनेक ऐसी पोस्ट आईं कि पटाके कहीं फूट रहे हैं , जाने कहां फूटे होंगे ? वो कौन लोग होंगे जो पटाके बजा सकते हैं या इस तरह की पोस्ट प्लांटेड होती हैं या कहीं शरारती तत्व ऐसा करते हों ताकि ऐसी पोस्ट की जा सकें।

मुझे तब पता चला कि मायूस होने वाला मोहम्मद का भाई है और मैं जान सका कि सामने वाला शख्स मुसलमान है। वो छोटा सा प्यारा सा मुसलमान हमारे साथ क्रिकेट खेला करता था।

हम मुकाबला जीतने के लिए उसके भाई बैट्समैन मोहम्मद से वैसी ही उम्मीद रखते थे जैसी फाइनल के दिन बाॅलर समी से पूरे भारत को थी !

तो दिल मुसलमान का भी होता है किसी को अनेक बार दुष्ट कहोगे तो वह दुष्ट हो जाएगा क्रूर हो जाएगा इसलिए हमेशा अपने विवेक का प्रयोग करिए परमात्मा ने बुद्धि इसलिए दी है कि समय पर संसार को अपनी बुद्धि से देखें और समझें !

मैंने अपनी नजरों से एक मुसलमान को उदास होते हुए देखा तो लगा कि देश को पता चलना चाहिए कि दिल मुसलमानों का भी होता है और राजनीति / कट्टरता का कोई दिल नही होता।

image_printPrint
5.00 avg. rating (99% score) - 3 votes