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महराज जी कहते हैं कि सामान्य लोगों तक पहुंचाने का उद्देश्य है इसलिए जो अनुवाद भी किया है वह कम शब्दों मे सरल अनुवाद किया है। जिससे लोग जब पढ़ें तो हिन्दी अर्थ पढ़कर हनुमान चालीसा के अर्थ से भावार्थ अपने मन मे महसूस कर सकें

कहते हैं जिसके हृदय बसे हों राम वो ही करें धर्म के काम। आचार्य आश्रम चित्रकूट से हर हर हनुमान चालीसा , घर घर हनुमान चालीसा अभियान द्वारा धर्म जागरण का बड़ा उद्देश्य शुरू हो चुका है। धर्म जागरण की यह यात्रा श्री श्री 1008 श्री राजगुरू परम पूज्य स्वामी श्री संकर्षण प्रपन्नाचार्य जी महाराज की पावन स्मृति मे शुरू की गई है।

शरद पूर्णिमा की रात आचार्य आश्रम मे भक्तों का खूब आगमन हो रहा था। संध्या मिलन के समय श्री श्री 1008 राजगुरू स्वामी डा. बदरी प्रपन्नाचार्य जी आए हुए भक्तों को हनुमान चालीसा दे रहे थे और आशीर्वाद प्रदान कर रहे थे।

इस दौरान सतना से आए हुए एक डाक्टर रामचन्द्र त्रिपाठी ने पूछ ही लिया , हनुमान चालीसा वितरण के संबंध मे जब उन्होंने पूछा तो पता चला कि गुरू जी का लक्ष्य है करीब 40 लाख लोगों तक हनुमान चालीसा पहुंच जाए। ठीक इस समय ही महराज जी द्वारा डाक्टर साहब को हनुमान चालीसा दी गई।

निश्चित रूप से वह पाठ करेंगे और इस तरह एक भाव से लोग हनुमान चालीसा का पाठ करते रहेंगे , यह इस अभियान का ब्रह्मांड का महत्वपूर्ण तथ्य है। मनुष्य एक साथ एक भाव से जुड़कर हनुमान जी महराज की स्तुति करेंगे तब अवश्य ही उनकी कृपा की महत्वपूर्ण घटना घटित होगी और जीवन कल्याण होगा।

स्वामी जी कहते हैं कि परमपूज्यनीय गुरू जी की पावन पुण्यतिथि की स्मृति मे इस कार्य का शुभारंभ किया गया है। धर्म जागरण के इस कार्य मे स्वयं ही हनुमान भक्त आगे आ रहे हैं। सतना से आए डाक्टर साहब और उनके साथियों ने हनुमान चालीसा का पाठ करने और वितरण हेतु योजना बना ली।

वार्तालाप मे महराज जी कहते हैं कि सामान्य लोगों तक पहुंचाने का उद्देश्य है इसलिए जो अनुवाद भी किया है वह कम शब्दों मे सरल अनुवाद किया है। जिससे लोग जब पढ़ें तो हिन्दी अर्थ पढ़कर हनुमान चालीसा के अर्थ से भावार्थ अपने मन मे महसूस कर सकें और हनुमान जी की ऐसी प्रार्थना से सबको पुण्य लाभ होगा।

जय श्रीराम || जय हनुमान

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