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अंतर्मन की आंखो से देखो तो प्रेम का झरना झर रहा है। इन्हीं आंखो से देखने वालों ने सांसद आरके सिंह पटेल से सवाल किया कि कौन है ? तो उन्होंने कहा कि ” मैं प्रधानमंत्री मोदी जी का प्रणाम कह रहा था तो वह मां की तरह छपटा लीं और पीएम मोदी व सीएम योगी को ऐसा ही दुलार भेजा है। “

लोकसभा चुनाव की विरोधी नफरती ज्वलनशील ज्वाला मे शीतलता मां का प्रेम ही ला सकता है और एक ऐसी ही मां प्रेम का संदेश देने सामने आ गई। एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई जिसमे सांसद आरके सिंह पटेल बेटे जैसे नजर आ रहे हैं और एक महिला उन्हें मां जैसा स्नेह दे रही है।

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अंतर्मन की आंखो से देखो तो प्रेम का झरना झर रहा है। इन्हीं आंखो से देखने वालों ने सांसद आरके सिंह पटेल से सवाल किया कि कौन है ? तो उन्होंने कहा कि ” मैं प्रधानमंत्री मोदी जी का प्रणाम कह रहा था तो वह मां की तरह छपटा लीं और पीएम मोदी व सीएम योगी को ऐसा ही दुलार भेजा है। “

बालापुर गांव के विश्वकर्मा की समाज की यह महिला बताई जाती हैं। यह वही विश्वकर्मा समाज है जिसको मुख्यधारा मे लाने के लिए केन्द्र सरकार ने एक ऐसी योजना चलाई जिसमे रोजगार के लिए सभी तरह के कारीगरी वाले औजार दिए जाते हैं। इसलिए यह मोदी सरकार का लाभार्थी वर्ग माना जाता है और इस समाज के हालात पहले से अच्छे हुए हैं।

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सोशल मीडिया की वायरल तस्वीर पर लोग अलग – अलग तरह की चर्चा कर रहे हैं कि कुछ लोग नफरत की आग मे झोकना चाहते हैं तो ऐसी तस्वीरें फौरन नफरत की आग मे बर्फ की तरह गिर जाती हैं। प्रेम – स्नेह के सामने नफरत परास्त हुई है , मां बेटे की सांकेतिक वायरल तस्वीर यही संदेश दे रही है।

इसलिए सांसद बांदा ने फेसबुक एकाउंट पर लिखा कि मां का प्रेम मिला है मां का स्नेह मिला है और मां का आशीर्वाद मिला है। चुनाव की ऐसी तस्वीरें दिशा और दशा निर्धारित करती हैं व नफरत और प्रेम का फर्क साफ कर देती हैं।

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