SHARE

@Saurabh Dwivedi

गांव पर चर्चा

वृक्षारोपण से गांव के सुंदरीकरण का शुभारंभ .

किसी भी गांव के लिए पर्यावरण संरक्षण कितना महत्वपूर्ण है , यह गांव के नेताओं को समय से समझ आना चाहिए। गांव पर चर्चा के माध्यम से जन – जागरूकता और हरे – भरे गांव के स्वरूप को साकार करने के लिए वृक्षारोपण की अनोखी शपथ जनता ने लेनी शुरू कर दी है।

इधर रविवार को नोनार मे तनवीर कुरैशी की मुख्य अतिथीय उपस्थिति मे सतीश द्विवेदी उर्फ पप्पू के सौजन्य से श्यामू चतुर्वेदी , देवल प्रधान शिवनारायण यादव , शिवाकांत पाण्डेय , गुड्डन तिवारी और नथन आदि सहयोगियों ने ट्री गार्ड सहित वृक्षारोपण किया। जिससे एक बड़ा संदेश प्रत्येक गांव तक पहुंचेगा और मुख्य मार्ग के सड़क किनारे से भारत के गांव पर्यावरण संरक्षण का बड़ा संदेश दें , ऐसी आशा है।

हमारे यूट्यूब चैनल Saurabh Dwivedi Janta Gairaj मे इस चर्चा के वीडियोज उपलब्ध हैं , जिनमें जनता वृक्षारोपण व संरक्षण के लिए शपथ ले रही है। चूंकि सरकारी प्रयास से हर साल लगने वाले पौधे गायब हो जाते हैं। शासन – प्रशासन हर साल एक नया रिकार्ड बना देता है जो गिनीज बुक मे भी दर्ज हो जाता है फिर भी वह पौधे मर जाते हैं। इसलिए मन मे आया कि जनता ही एक हरी – भरी पृथ्वी के लिए प्रयास करे जिससे आने वाली पीढ़ियों को अच्छा पर्यावरण मिल सके।

इसी क्रम मे गांव पर चर्चा की टीम ने नोनार गांव से पौध – रोपण की शुरूआत की है , जिससे शपथ लिए हुए भिटारी व खरसेडा गांव के लोगों को शपथ याद आ सके और वह अतिशीघ्र ही ट्री – गार्ड के साथ सड़क के किनारे पौध – रोपण करें।

तनवीर कुरैशी ने कहा गांव की खूबसूरती मुख्य मार्ग से दिखना आवश्यक है। जैसे ही कोई गांव मे प्रवेश करे उसे महसूस हो कि यह भारत का गांव है। ये भारत के लोगों का गांव है , भारत की जनता प्रकृति प्रेमी है। असल मे प्रकृति ही एक अच्छी जिंदगी प्रदान करती है। हमारे समक्ष एक स्वच्छ – सुंदर गांव बनाने की चुनौती है और गांव के लोगों का अच्छा भविष्य हो।

गांव पर चर्चा मे वृक्षारोपण

सतीश द्विवेदी उर्फ पप्पू ने कहा कि  गांव के युवाओं को गांव पुननिर्माण के लिए चिंतन करना चाहिए। युवाओं को अपने गांव ऐसा बनाना चाहिए कि वह दुनिया भर के लिए आकर्षण के केन्द्र हो सकें , हम सब मिलकर ग्रामीण भारत को विश्व के लिए पर्यटन का केन्द्र बना सकते हैं।

मुख्य मार्ग मे सड़क किनारे वृक्षारोपण

गांव की सरकार अर्थात तीसरी सरकार पर चिंतन करना चाहिए। पंचायती राज व्यवस्था तीसरी सरकार के उद्देश्य से ग्रामीण विकास को लेकर लाई गई। किन्तु अफसोस है कि तीसरी सरकार असफल है , नेतृत्व अच्छा नहीं है और गुणवत्ता विहीन कार्यों का शिकार हो गया। इसलिए गांव की महिलाओं को एक अच्छे नेतृत्व के चुनाव के लिए युवाओं के साथ मिलकर चिंतन करना चाहिए। गांव मे महिलाओं की भूमिका अब तक नगण्य रही है।

इन्हीं सब मुद्दों के साथ एक संवेदनशील नेतृत्व का चिंतन और वृक्षारोपण का कार्यक्रम निरंतर जारी रहेगा। हमे खुशी है कि गांव पर चर्चा को सभी सराह रहे हैं व कुछ समर्थकों ने तन – मन और धन से सहयोग किया जो गांव के नेतृत्व से देश और प्रदेश के नेतृत्व मे संवेदनशील नेतृत्व की सहभागिता चाहते हैं। चूंकि गांव से ही व्यापक बदलाव लाया जा सकता है और यहीं से सड़ – गल चुकी खतरनाक राजनीति से निजात पाई जा सकती है।

उत्तर प्रदेश मे यह समय बड़ा महत्वपूर्ण है और यहीं से वह बदलाव लाया जा सकता है जिससे पर्यावरण का संदेश देते गांव मिलेंगे।  आप भी यदि इस प्रयास को अच्छा समझते हैं तो वृक्षारोपण के लिए प्रेरित करें और सहयोग कर राजनीति मे बड़े बदलाव के सहयोगी बनें। धीरे-धीरे ही सही पर हम सब मिलकर सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं।  भविष्य मे लगातार गांव नोनार मे सड़क किनारे वृक्षारोपण किया जाएगा।
_______________

वामपन्थी पत्रकार व विचारकों को देश – विदेश से अथाह धन मिल रहा है। गांव पर चर्चा के लिए आप हमारी मदद करें , जिससे हम पत्रकारिता व विचारों के माध्यम से सशक्त होकर काम कर सकें। कृष्ण धाम ट्रस्ट के   ” सोशल केयर फंड ” में 100 से 1000 ₹ या अधिक डोनेट करें.
{ Saurabh Chandra Dwivedi
Google pay ( mob. ) – 8948785050
Union bank A/c – 592902010006061
Ifsc – UBIN0559296
MICR – 559026296
Karwi Chitrakoot }

image_printPrint
5.00 avg. rating (98% score) - 1 vote