ब्रज की होली चित्रकूट धाम के रामघाट मे संपन्न हुई , होली मिलन समारोह की शुरूआत मिनी अनूप जलोटा के नाम से प्रसिद्ध चित्रकूट के भजन गायक डा ललित त्रिपाठी द्वारा श्याम मोरी चुनरिया रंग दे गाकर हुई। संत तुलसीदास की रामचरितमानस और भजन गायक ललित जी के भजन समय के सापेक्ष मे चित्रकूट से एक और बड़ी एतिहासिक प्रसिद्धि मिलने की संभावना झलक रही है चूंकि इनके भजन सुनकर नेशनल मीडिया क्लब के चेयरमैन व श्रीराम सेवा संस्थान रमेश अवस्थी का भी मन मोह गया।
कम समय मे खास प्रस्तुति के बाद रामघाट आरती की संपन्न हुई। मंदाकिनी तट पर माँ मंदाकिनी की आरती से सभी के मन का द्वंद समाप्त होता है और सुखमय महसूस कर लोग माँ की कृपा महसूस करते हैं जैसे नवगृह की शांति माँ मंदाकिनी के तट पर हो जाती है। ऐसे ही कुछ उद्गार चेयरमैन रमेश अवस्थी ने व्यक्त किए कि यही कारण रहा होगा कि राजा राम स्वयं तपस्वी राम बनकर चित्रकूट आए और निर्बल और गरीबों की सेवा मे संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिए और मेरी भी आत्मा बुन्देलखण्ड मे चित्रकूट मे रम गई है।
इस तपस्वी भाव के साथ रमेश अवस्थी ने संत समाज का माल्यार्पण कर आशीर्वाद प्राप्त किया जैसे कामतानाथ प्रमुख मुखारबिंद के महंत मदनगोपाल दास महराज वंदन और अभिनंदन करने के पश्चात ब्रज की होली की खास शुरूआत हुई।
जिसमे अतिथि गोपिकाओं ने भगवान कृष्ण के सम्मोहन मे नृत्य की प्रस्तुति की , गोपिकाओं का नृत्य देखकर दर्शक भाव विभोर हो गए। वहाँ उपस्थित दर्शकों का कहना था कि वास्तव मे भगवान कृष्ण की भक्ति की शक्ति ही है कि गोपियां वृंदावन मे होने वाले श्रीकृष्ण के रासलीला जैसे नृत्य करती हुई महसूस हुई हैं।
यही सनातन की परंपरा का सबसे बड़ी प्रस्तुति है कि जहाँ राम हैं वहाँ कृष्ण स्वयं ही चले आते हैं और चित्रकूट सभी धाम मे ऐसा धाम है जो सनातन धर्म की धार्मिक राजधानी है। इसलिए रामघाट पर आयोजित होली मिलन समारोह भव्य और दिव्य हो गया।
कार्यक्रम की खास झलकियों मे बांदा सांसद आरके पटेल का भक्तिमय स्वरूप नजर आया , जब झांकी प्रस्तुति मे संचालक ने उन्हें आमंत्रित किया तो भगवान श्रीकृष्ण के चरण वंदन कर अभिनंदन करते नजर आए और अंत तक तो बांदा सांसद फूल – मालाओं से भर दिए गए कि वह भक्तिमय माहौल मे तृप्त नजर आ रहे थे।
जनपद चित्रकूट के प्रथम नागरिक जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक जाटव कार्यक्रम के आयोजन मे खास भूमिका का निर्वहन करते हुए नजर आए इनके बारे मे भजन गायक डा. ललित त्रिपाठी का कहना है कि जैसा प्रथम नागरिक होना चाहिए वैसे ही धार्मिक – आध्यात्मिक विचारों वाले हैं और समुद्र सी गहराई लिए गंभीर व्यक्तित्व हैं जिन्होंने भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेई की जयंती से रामघाट पर ऐसी शुरूआत कराई कि आज ब्रज की होली मे चित्रकूट के नागरिक आह्लादित हो गए हैं।
कलाकारों की प्रस्तुति मे भगवान श्रीकृष्ण का अभिनय कर रहे कलाकार ने जब उंगली मे परात रखकर सुदर्शन चक्र की तरह घुमाया तो लोग बारंबार प्रणाम करने लगे। ऐसे ही समय मे भगवान का अंश व्याप्त होने के तमाम किस्से प्रचलित हैं। और राधा व मीरा के संग प्रेमी श्रीकृष्ण का नृत्य हृदय मे उत्साह का संचार कर दिया।
इस प्रकार 8 मार्च की होली 18 मार्च तक चित्रकूट मे चलती रही। होली एक ऐसा पर्व है जब दुश्मन भी हिल मिल जाते हैं और भक्तिमय होली मे तो आदमी जिंदगी का वह आनंद महसूस कर लेता जिसकी खोज मे एक पूरा जीवन लगा देते हैं। होली मिलन समारोह मे बांदा लोकसभा क्षेत्र से आमंत्रित अतिथि आए जिनमे भाजपा के वरिष्ठ नेता पुरुषोत्तम पाण्डेय , भाजपा जिलाध्यक्ष चित्रकूट चंद्रप्रकाश खरे , उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल , बद्री विशाल त्रिपाठी , ब्लाक प्रमुख पहाड़ी सुशील द्विवेदी सहित अनेकानेक नेता उपस्थित रहे। संचालन भाजपा जिला महामंत्री अश्वनी अवस्थी ने किया।