SHARE

किसी ने सोचा नही रहा होगा कि एक दिन भारत विश्व गुरु बनने की ओर तीव्र गति से कदम बढ़ाएगा। इस गति का सबसे बड़ा स्वरूप अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के दिन देखा गया जब भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व मे 180 देशों के प्रभावशाली लोग और राष्ट्राध्यक्ष योग कर रहे थे , वह यूएन के मैदान में।

9 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी अपने विदेशी दौरे पर हैं। अमेरिका से उन्होंने योग की महाशक्ति का संदेश दिया है। वास्तव मे स्वस्थ जीवन के लिए योग महाशक्ति है जिसे करते हुए हम बाहर नजर आते हैं लेकिन प्रभाव आंतरिक रूप से मानव देह मे पड़ता है। जिससे स्वस्थ तन मन और मस्तिष्क का निर्माण होता है।

हर साल जब यह संदेश प्रत्येक नागरिक को मिलता है तो कोई ना कोई अवश्य प्रेरित होता है। भारत की युवा पीढ़ी योग के लिए प्रेरित हुई है और बुजुर्गों को योग से स्वास्थ्य लाभ मिला है तो महिलाओं के लिए योग शक्ति ने चमत्कारिक परिणाम दिए हैं।

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व मे भारत का शीष हिमालय की तरह विशाल पुनः कहलाया है। चीन जैसे राष्ट्र को भारत की योग शक्ति पर हामी भरने की आवश्यकता पड़ना स्पष्ट करता है कि आंतरिक रूप से चीन को भारत की ताकत और निर्णय लेने की क्षमता पर विश्वास हो गया है कि अब ये नया भारत है।

अगले वर्ष 2024 मे आम चुनाव होने तय हैं और जनता अभी से मोदी मय नजर आ रही है। विदेशी धरती से मोदी मोदी के लग रहे नारे पुनः एक बार देश मे मोदी सरकार के बनने का संकेत देते हैं और बड़ी बात है कि नरेन्द्र दामोदर दास मोदी जैसे व्यक्तित्व युग पुरूष कहलाए हैं।

भला यह कौन भुला सकता है कि जो योग की शक्ति विश्व मे भारत को महाशक्ति बना सकती है उसे पहले इतना प्रचारित प्रसारित किसी ने नही किया और सन् 2014 के बाद अचानक से योग भारत की पहचान बना व विश्व योग सबसे बड़े ब्रांड के रूप मे भारत की ओर से विश्व मे नजर आने लगा।

यह प्रधानमंत्री मोदी के चमत्कारिक नेतृत्व का परिणाम है। उनकी आलोचना विपक्ष कितना भी करे लेकिन पीएम मोदी काम नही तपस्या करते हैं देश के लिए , वह सिर्फ भारत माता कहते नही बल्कि मातृभूमि की सेवा सुपुत्र की भांति करते हैं।

image_printPrint
5.00 avg. rating (98% score) - 1 vote