SHARE
सपा नेता मनीष कुमार मंडौर

चित्रकूट : भ्रष्टाचार के प्रहरी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की धर्म नगरी चित्रकूट के बेसिक शिक्षा मे महाघोटाले की बू आ रही है। बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए प्रयासरत सपा नेता मनीष कुमार मंडौर ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से फोन पर बात भी की , जिस पर असंतुष्टजनक जवाब मिले तो उनका आरोप है कि यहाँ महाघोटाला है।

असल मे गुलाबी रंग की एक पर्चा वायरल हो रहा है। जो छात्र – छात्राओं के खेलकूद सामग्री का बिल है। इस बिल पर जो पता अंकित है वह मोहम्दाबाद गोदना मऊ जनपद का है। कंपनी का नाम आप ट्रेडर्स लिखा हुआ है। यह बिल मऊ ब्लाक के गोदनी पुरवा विद्यालय का है। हालांकि बिल मे स्पष्ट कम नजर आ रहा है।

ई टेंडरिंग का नियमतः खेल खेलने की संभावना नजर आ रही है कि एक लखनऊ के पास के जनपद का ट्रेडर्स वाला चित्रकूट मे आकर खेलकूद सामग्री विद्यालयों को बेच रहा है। साफ झलक रहा है कि वहाँ से थोक के भाव मे एक साथ समस्त विद्यालयों के लिए पैक्ड सामग्री आई होगी और किसी बड़े अफसर की परछाईं के सहारे उसे प्रत्येक विद्यालय मे बेचा गया। और इसका सीधा बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव रंजन मिश्र की ओर है। 

ई टेंडरिंग के नियम से चहेते ठेकेदार को बुलाकर किया गया खेल

हालांकि उस समय भी मामला गरमाया था। कुछ अध्यापकों से मौखिक चर्चा मे जानकारी मिली कि पहाड़ी ब्लाक के शिक्षकों ने इसे लेने मे जानबूझकर देरी की ओर फिर यह सामग्री एक खास शिक्षक के यहाँ पैक्ड रखी रह गई थी।

इस सामग्री का वितरण मऊ – रामनगर और राजापुर क्षेत्र मे हो सका। इस क्षेत्र के प्रत्येक स्कूल मे एक गाड़ी पहुंचती और सामग्री देकर , चेक लेकर रफूचक्कर हो जाती। स्पष्ट है कि अध्यापकों पर इस सामग्री को लेने का दबाव था।

सपा नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को इस सामग्री की गुणवत्ता की जांच करा लेनी चाहिए। योगी सरकार यदि ईमानदार सरकार है तो जहाँ भी भ्रष्टाचार की तनिक भी संभावना नजर आ रही हो वहाँ बेझिझक मजिस्ट्रेटी जांच कराएं तभी भ्रष्टाचार पकड़ मे आएगा।

उनका कहना है कि यह सामग्री मुश्किल से 1000 – 1500 ₹ लगभग की होगी और बिल 5001 ₹ तय मानक के अनुसार काटा गया है। ऐसे ही जूनियर विद्यालयों मे 10,000 ₹ तक का तय मानक रखा गया है। ये जो अंतर नजर आ रहा है वही भ्रष्टाचार का सबूत है।

इस संबंध मे सपा जिलाध्यक्ष अनुज यादव ने भी व्हाट्सएप पर गुलाबी पर्चा वायरल किया था और बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव रंजन मिश्र पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। साफ झलक रहा है कि चित्रकूट मे शिक्षा विभाग ने गुलाब भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है।

image_printPrint
5.00 avg. rating (98% score) - 1 vote