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By – Saurabh Dwivedi 

सांसद ने किसान हितों के लिए लगाई प्रशासन को फटकार

किसानों की आत्मा पर कुठाराघात करना अगर किसी से सीखना है तो चित्रकूट जिले के प्रशासन से सीखना चाहिए। यहाँ के कृषि विभाग और डीएम के द्वारा सामान्य से अधिक 106 फीसदी बारिश होना बताया गया एवं बिजली व्यवस्था 21 घंटे देने की बात लिखित कही गई। सांसद आए एक्शन में 

बांदा सांसद भैरों प्रसाद मिश्र को जैसे ही प्रशासन की तरफ से ऐसी जानकारी मिली, ठीक उसी समय किसान हितों के पैरोकार सांसद ने आपा खो दिया और प्रशासन को कड़ी फटकार लगाते हुए कहने लगे कि अगर बारिश हुई है फिर तालाबों में पानी क्यों नहीं हैं ? नदियां लबालब क्यों नहीं हैं ? कुओं का पानी कहाँ गया ? किसानों के कम से कम 90 फीसदी खेत में जुताई बुआई क्यों नहीं हुई, अलबत्ता सिर्फ 40 से 45 फीसदी खेत में ही फसल बोई गई। उस पर भी कम वर्षा और समय से बिजली उपलब्ध ना होने उपजी फसल भी सूखकर रेगिस्तान की रेत बनने की ओर है। 

सांसद यहीं नहीं रूके किसान हितों में जिला प्रशासन से पुख्ता जानकारी मांगते हुए पीएम सहित उत्तर प्रदेश के सीएम और कृषि मंत्री को चिट्ठी लिखकर किसान हितों में काम करने की बात कही और जिला प्रशासन झूठी व किसानों का अहित करने वाली जानकारी ना देने की हिदायत दी।

किसान कहते हैं

इस संबंध में जब हमारी दर्जनों से किसानों से बात हुई तब उनका कहना था कि सांसद भैरों प्रसाद मिश्र के इस नेक कार्य के लिए हम उन्हें बधाई देते हैं एवं जिले में बैठे हुए ऐसे निर्दयी भ्रष्ट प्रशासन की कड़ी से कड़ी निंदा करते हैं। पहाड़ी निवासी किसान शिवाकांत त्रिपाठी ना कहा कि जो नेता किसान हित पर बात करेगा आगे भी उसी को नेतृत्व करने का अवसर मिलेगा एवं सांसद भैरों प्रसाद मिश्र ने किसान हित में प्रशासन को ललकार सरकार की छवि अच्छी बनाई एवं किसानों का हृदय जीत लिया है। 

किसानों का कहना है कि कम बारिश और बिजली की अव्यवस्था से पुनः सूखे जैसे हालात हैं और सांसद के हम आभारी हैं, जिन्होंने किसान हित के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है। आगे भी आशा है कि सूखे से निपटने एवं अच्छी फसल के लिए सांसद किसानों को हर सुविधा मुहैया कराएंगे। 

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