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उत्तर प्रदेश मे योगी लहर और भगवा लहर का सबसे बड़ा प्रमाण नगर निकाय चुनाव मे बीजेपी की प्रचंड जीत है , स्थानीय निकाय चुनाव सबसे कठिन चुनाव माने जाते हैं। जिनमे स्थानीय कार्यकर्ता को टिकट देना फिर चुनाव लड़ाकर विजय हासिल करना एक बड़ी चुनौती होती है।

स्थानीय स्तर पर व्यक्ति के व्यक्तित्व का असर पड़ता है तो वह नकारात्मक और सकारात्मक दोनो तरह का असर होता है जिससे दल को नुकसान और फायदा दोनो निश्चित होता है। यहाँ एक दल के रूप मे भाजपा जैसे दल के लिए सफलता हासिल करना 2024 के चुनाव को देखते हुए बहुत महत्वपूर्ण था।

चुनाव विशेषज्ञ यह मानते हैं कि नगरपालिका और नगर पंचायत मे भाजपा क्षेत्रीय दलों के सामने अगर जीत दर्ज कर ले गई है तो उत्तर प्रदेश से 75 लोकसभा सीट जीतने का आकड़ा वह छू सकती है और नगर निगम मे ऐतिहासिक जीत दर्ज का बड़ा संकेत दे दिया है।

दूसरी बार योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद उत्तर प्रदेश मे 17 नगर निगम मे भाजपा की जीत इस बात का प्रमाण है कि भाजपा पर लोगों का भरोसा बढ़ा है। योगी सरकार की कार्यशैली जनता के बड़े वर्ग का पसंद आ रही है।

प्रचंड बहुमत से जीत मे जीरो टॉलरेंस की नीति कारगर साबित हुई है और माफियाओं को मिट्टी मे मिला देने का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कथन जनता को रास आया है।

अब बदलता हुआ उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव मे भी परिवारवादी सोच के दल एवं नेताओं को जवाब देने के लिए तैयार नजर आ रहा है। यह वह प्रदेश है जो केन्द्र की सरकार बनाने मे सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए 2024 मे एक बार फिर मोदी सरकार का बनना तय माना जा रहा है।

विमर्श से स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश भाजपा का सबसे मजबूत गढ़ बन रहा है , कम से कम नगर निकाय चुनाव की विजय का साफ संकेत यही है कि जन हित का काम करने वाली विकास को प्राथमिकता देने वाली सरकार जनता को रास आ रही है और डबल इंजन की मोदी – योगी सरकार का एजेंडा सिर्फ और सिर्फ विकास है इसलिए सीएम योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि यूपी मे नो दंगा नो कर्फ्यू सब चंगा है और यह नारा जन जन को पसंद आया इसलिए सुरक्षा और समृद्धि के लिए जनता ने यह जनादेश दिया है।

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